Ranchi : बीजेपी ने चाईबासा के नोवामुंडी में पंचायत चुनाव की काउंटिंग में गड़बड़ी की शिकायत राज्य निर्वाचन आयोग से की है. बीजेपी के चार सद्स्यीय प्रतिनिधिमंडल ने निर्वाचन आयोग को ज्ञापन सौंपकर दोबारा मतगणना कराने की मांग की है. बीजेपी ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा और कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष गीता कोड़ा के दबाव में मतगणना को प्रभावित किया गया है. प्रतिनिधिमंडल में बीजेपी की प्रदेश मंत्री काजल प्रधान, प्रदेश मीडिया सह प्रभारी अशोक बड़ाईक, सोशल मीडिया प्रभारी मृत्युंजय शर्मा और विधि प्रकोष्ठ के अधिवक्ता सुधीर श्रीवास्तव शामिल थे.
वैध मतों को अवैध घोषित कर चुनाव में हराने का आरोप
बीजेपी नेताओं ने कहा कि नोवामुंडी में जिला परिषद सद्स्य के उम्मीदवार के रूप में मनीषा कुमारी खड़ी थीं. उसने आरोप लगाया कि प्रशासनिक पदाधिकारियों ने गलत तरीके से देवकी कुमारी की जीत की मौखिक घोषणा की. संदेह होने पर मनीषा ने दोबारा काउंटिंग कराने की मांग की. पुनर्मतगणना के लिए उसने आवेदन भी दिया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. मनीषा ने आरोप लगाया कि मतगणना के दौरान उसके पक्ष में जो वैध मत डाले गये थे उनमें से ही कुछ वोट को अवैध घोषित कर देवकी को विजेता घोषित कर दिया गया. इसका विरोध करने पर एसडीओ एवं वहां उपस्थित जगन्नाथपुर थाना प्रभारी यशवंत राज सिंह ने उसे धक्का देकर वहां से भगा दिया.
आरोपी पदाधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई करे आयोग
बीजेपी प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि देवकी कुमारी की तथाकथित जीत के बाद मुध कोड़ा और गीता कोड़ा ने जिस प्रकार उसका स्वागत किया है, उससे साफ है कि दोनों नेताओं के इशारे पर चुनाव परिणाम को प्रभावित किया गया है. बीजेपी नेताओं ने राज्य निर्वाचन आयोग से मांग की है कि नोवामुंडी जिला परिषद सदस्य भाग-1 की मतगणना दोबारा कराई जाए. इसके साथ ही आरओ सह डीएसओ अमित प्रकाश, एआरओ विमल, एसडीओ जगरनाथपुर शंकर एक्का एवं जगरनाथपुर थानेदार यशराज सिंह के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए. साथ ही इन पदाधिकारियों को भविष्य में चुनाव कार्य में न लगाया जाए.
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