Ranchi: बीजेपी के प्रतिनिधिमंडल ने सहायक पुलिसकर्मियों के मामले को लेकर राज्यपाल रमेश बैस से मुलाकात की. बीजेपी ने राज्यपाल से मामले में दखल देने और सरकार को मामले का जल्द से जल्द हल निकालने का निर्देश देने की अपील की. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने कहा कि 27 सितंबर से 2200 सहायक पुलिसकर्मी मोरहाबादी मैदान में अपनी मांगों को लेकर धरना दे रहे हैं, लेकिन यह सरकार असंवेदनशील बनी हुई है. सरकार तानाशाही पर उतर गई है. आदिवासी-मूलवासी के नाम पर वोट लेकर सत्ता में आये लोगों ने आदिवासियों को ठगा है. सहायक पुलिसकर्मियों की सेवा शर्त के मुताबिक सहायक पुलिसकर्मियों को उनके गृह जिला में होने वाली बहाली में प्राथमिकता देने की बात थी, लेकिन सरकार ने सेवा शर्तों को दरकिनार कर दिया.
कांग्रेस सीएम हाउस के सामने करे प्रदर्शन
दीपक प्रकाश ने कांग्रेस पर भी हमला किया. उन्होंने कहा कि लखीमपुर खीरी मामले पर प्रदर्शन करने वाले कांग्रेसियों को तिलता और चाईबासा भी जाना चाहिए. उन्हें सीएम आवास के सामने भी प्रदर्शन करना चाहिए. राज्य में बिजली संकट है, कानून व्यवस्था चौपट है, हेल्थ सेक्टर का हाल बुरा है. ऐसे में कांग्रेस को मुख्यमंत्री के दरवाजे पर गुहार लगाना चाहिए. उन्होंने कहा कि यह अबतक बजट का सिर्फ 16 फीसदी राशि हो खर्च पाई है और कांग्रेस के नेता घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं.
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राज्यपाल ने दिया हस्तक्षेप करने का भरोसा- बाबूलाल
बीजेपी विधायक दल के नेता और पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी ने कहा कि सहायक पुलिसकर्मी बिजली, पानी और शौचालय जैसी मुलभूत सुविधाओं के अभाव में लंबे समय से आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन सरकार उनकी समस्याओं को सुनना नहीं चाहती. बीजेपी ने राज्यपाल से मांग कि है की सरकार को सहायक पुलसिकर्मियों की मांगों को गंभीरता से लेने का निर्देश दें.
बाबूलाल ने कहा कि आंदोलनकारी पुलिसकर्मियों की नौकरी संकट में है. उग्रवाद प्रभावित इलाकों में काम करने वाले सहायक पुलिसकर्मियों की नौकरी जाने के बाद गांव में उनका रहना मुश्किल हो जाएगा. राज्यपाल ने आश्वासन दिया है कि इस मामले में सरकार से बात करेंगे. प्रतिनिधिमंडल में दीपक प्रकाश और बाबूलाल मरांडी के अलावा प्रदेश महामंत्री बालमुकुंद सहाय, आदित्य साहू, प्रदीप वर्मा और प्रदेश मंत्री सुबोध सिंह गुड्डू शामिल थे.
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