LagatarDesk : वैश्विक बाजारों में गिरावट के बीच सेंसेक्स शुक्रवार को करीब 1940 अंक लुढ़क गया. यह गिरावट पिछले 10 महीने की सबसे बड़ी गिरावट है. निफ्टी भी 568 अंक से अधिक लुढ़क कर 15000 के नीचे पहुंच गया. बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 5,37,375.94 करोड़ रुपये घटकर 2,00,81,095.73 करोड़ रुपये रह गया.
इन कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 25 फरवरी को 2,06,18,471.67 करोड़ रुपये था. बॉन्ड बाजार में तेजी के कारण चौतरफा बिकवाली की स्थिति रही. इसका असर भारतीय शेयर बाजार में भी देखने को मिला. इसके अलावा शेयर बाजार में निवेशक तीसरी तिमाही के जीडीपी के आंकड़े आने से पहले सतर्क दिखे थे.
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सेंसेक्स के सभी 30 शेयर नुकसान में रहे
शुक्रवार को 30 शेयरों वाला सेंसेक्स में 3.80 फीसदी की गिरावट देखी गयी. लगातार गिरावट के कारण 26 फरवरी को सेंसेक्स 50 हजार के स्तर से नीचे पर बंद हुआ. पिछले साल चार मई भी गिरावट देखी गयी थी. पिछले साल चार मई के बाद 26 फरवरी को एक दिन में यह सबसे बड़ी गिरावट है. सेंसेक्स के सभी 30 शेयर नुकसान में रहे. वहीं आठ शेयरों में 5 प्रतिशत से अधिक का नुकसान हुआ.
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निफ्टी में भी रही भारी गिरावट
इसी प्रकार, शुक्रवार को निफ्टी 568.20 की गिरावट के साथ 14529 के स्तर पर बंद हुआ. 26 फरवरी को निफ्टी में 3.76 फीसदी की गिरावट दर्ज की गयी. पिछले साल 23 मई को इतनी अधिक गिरावट देखी गयी थी. 23 मई के बाद पहली बार एक दिन में एनएसई में यह गिरावट देखी गयी. वहीं बैंक इंडेक्स में 4.8 फीसदी से अधिक की गिरावट आयी. वित्तीय और दूरसंचार इंडेक्सों में भी क्रमश: 4.9 फीसदी और 3.85 फीसदी की गिरावट रही.
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अमेरिका और सीरिया के बीच तनाव का असर दिखा शेयर बाजार पर
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि बॉन्ड में तीव्र वृद्धि से वैश्विक बाजार में काफी अप डाउन रहा. इसका असर घरेलू शेयर बाजार पर भी पड़ा. नायर ने बताया कि शेयर बाजार में इतनी अधिक गिरावट का कारण अमेरिका और सीरिया के बीच का तनाव हो सकता है. इसके अलावा शुक्रवार को जीडीपी के आंकड़े आने वाले थे, इसका भी असर शेयर बाजार में पड़ा.
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एशिया के अन्य बाजारों में भी भारी गिरावट रही
भारतीय समय के अनुसार, दोपहर के बाद यूरोप के प्रमुख बाजारों में भी गिरावट का रुख रहा. अमेरिकी में ट्रेजरी बिलों पर रिटर्न में तीव्र वृद्धि के बाद वाल स्ट्रीट में मुख्य शेयर इंडेक्सों में भारी गिरावट आयी.
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अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया भी लुढ़का
शुक्रवार को वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड ऑयल के भाव में भी 1.16 फीसदी की गिरावट रही. ब्रेंट क्रूड ऑयल की कीमत 65.34 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया. विदेशी विनिमय बाजार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 104 पैसे लुढ़क कर 73.47 पर बंद हुआ.
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