Bokaro – पीएम नरेंद्र मोदी उड़ान योजना के तहत हवाई सेवा को सुगम बनाने में जुटे हैं. इसी योजना के तहत देश के विभिन्न प्रदेशों की राजधानी के अलावा छोटे-बड़े शहरों में तेजी से एयरपोर्ट का निर्माण हो रहा है. बोकारो से हवाई सेवा शुरू करने के लिए सेल के हवाई अड्डे को विकसित किया जा रहा है. उड़ान भरने की सारी औपचारिकताएं पूरी हो चुकी है. इसके बावजूद भी हवाई सेवा शुरू नहीं हो पाई है.
इस हवाई अड्डे से विमान सेवा शुरू होने में अभी कम से कम छह माह से ज्यादा का समय लगेगा. इसके लिए राज्य सरकार व एयरपोर्ट अधिकारी को सक्रिय होने पड़ेंगे. लेटलतीफी से बोकारो हवाई अड्डे का हाल राउरकेला हवाई अड्डे की तरह होगा, जहां लाईसेंस मिलने के बाद हवाई सेवा शुरू नहीं हो पाई. यही हाल पश्चिम बंगाल के वर्णपुर का है, जहां हवाई अड्डे का निर्माण कार्य अभी तक शुरू नहीं हो पाया है. तीनों हवाई अड्डे के निर्माण के लिए एमओयू पर हस्ताक्षर दिल्ली में एक साथ हुए थे.
बीते 25 नवंबर को एएआई सिविल के संयुक्त महाप्रबंधक अशोक विश्वास ने बोकारो हवाई अड्डे के चल रहे निर्माण कार्य का जायजा लिया. उन्होंने काम में तेजी लाने के लिए निर्देश दिए.
इस संबंध में रांची एयरपोर्ट के निदेशक विनोद शर्मा ने बताया कि निर्माण कार्य लगभग अंतिम चरण में है. अब सिर्फ तीन काम पूरा किया जाना है, जो निम्न हैं- फायर स्टेशन, एप्रोच रोड और रन एंड सेफ्टी एरिया का निर्माण. इस काम को भी जल्द पूरा होने की उम्मीद है. उन्होंने कहा कि 31 जनवरी 2022 तक निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाएगा. बैठक में बोकारो स्टील के लक्ष्मी दास, एएआई की प्रियंका शर्मा व संबंधित संवेदक उपस्थित थे.
यह भी पढ़ें : महुदा में 28 नवंबर को बॉडी बिल्डिंग चैंपियनशिप