Bokaro : आदिवासी सेंगेल अभियान ने चास प्रखंड अंतर्गत भर्रा बस्ती में गुरुवार 4 मई को बैशाख कुनामी पर संताली लिपि ओलचिकी के निर्माता गुरु गोमके रघुनाथ मुर्मू की जयंती समारोह का आयोजन किया. अध्यक्षता सेंगेल छात्र मोर्चा के बोकारो जिला अध्यक्ष कोमल किस्कू ने की. मुख्य अतिथि के रूप में बोकारो जिला सेंगेल अध्यक्ष सुखदेव मुर्मू व बोकारो जोनल संयोजक जयराम सोरेन शामिल हुए.
बोकारो सेंगेल जिला अध्यक्ष सुखदेव मुर्मू ने कहा कि आज आदिवासियों की हासा, भाषा, जाति, धर्म, रोजगार लुट मिट रहे हैं. हेमंत सोरेन की सरकार ने मरांग बुरु बेच दिया और कुरमी महतो को एसटी बनाने पर आमादा है. सरकार संताली भाषा को ओलचिकी लिपि के साथ झारखंड की प्रथम राजभाषा नहीं बनाना चाहती है. इसलिए एकजुट होने की जरूरत है. उन्होंने आदिवासियों की एकजुटता के लिए गांव-गांव में बेकार साबित हो रहे पारंपरिक वंशानुगत माझी-परगना की जगह सेंगेल माझी, सेंगेल परगना बनाने की जरूरत पर जोर दिया. उन्होंने आदिवासियों की वृहद एकता और आंदोलन के लिए 30 जून को कोलकाता के ब्रिगेड परेड ग्राउंड में आयोजित कार्यक्रम में भाग लेने की अपील की. इस अवसर पर दशरथ मुर्मू, अर्चना मुर्मू, अनुराधा मुर्मु, सरिता किस्कू, अर्नव मुर्मू, अदिति मुर्मू, लक्ष्मी मुर्मू, नेहा मुर्मू, जिया सोरेन आदि उपस्थित थे.
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