Bokaro : चास के बांधगोड़ा तेलीडीह विस्थापित हाई स्कूल परिसर में 25 फरवरी को किसान मजदूर संघ की बैठक हुई. बैठक में 6 मार्च को तेलीडीह हाई स्कूल परिसर में खतियान महाजुटान कार्यक्रम को सफल बनाने की रणनीति तैयार की गई. बैठक में संघ के प्रदेश महासचिव राजेश महतो ने कहा कि राज्य में 1932 के खतियान आधारित स्थानीय नीति लागू करने को लेकर जोरदार आंदोलन छेड़ा जाएगा. उन्होंने कहा कि सरकार की लचर व्यवस्था से झारखंड़ियों की पहचान मिटती जा रही है. झारखंड अलग राज्य बने लगभग 22 वर्ष बीत चुके हैं, लेकिन अभी भी यहां के स्थानीय लोगों को इसका लाभ नहीं मिल पाया है. रोजी-रोटी की जुगाड़ में राज्य के मूलवासी पलायन करने को विवश हैं.
महतो ने कहा कि बोकारो स्टील प्लांट (बीएसएल) के विस्थापित दर-दर की ठोकरें खाने को विवश हैं. बीएसएल स्थापना के समय तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी सहित अन्य बड़े नेताओं की मौजूदगी में चतुर्थ ग्रेड़ की नौकरी विस्थापितों के लिए सुरक्षित रखने का एकरारनामा हुआ था. वर्षों से बीएसएल में विस्थापितों की बहाली बंद है. उन्होंने कहा खतियान महाजुटान में सिल्ली के पूर्व विधायक अमित महतो उपस्थित रहेंगे. उनके नेतृत्व में आगे संघर्ष का रास्ता तय होगा. बैठक में महाजुटान कार्यक्रम को सफल बनाने को लेकर गांव-गांव में जनसंपर्क अभियान चलाने का निर्णय लिया गया.
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