-एक घंटे की वार्ता विफल, निषेधाज्ञा के बावजूद गुस्साये सहायक पुलिसकर्मी पहुंचे सीएम आवास
-पत्थर फेंके, बल्लियां भांजी, दोनों ओर से लाठियां भांजी गईं, आधा दर्जन पुलिसकर्मी घायल
Akarsh Aniket
Ranchi : लंबे इंतजार के बाद शुक्रवार को सहायक पुलिसकर्मियों के सब्र का बांध टूट गया. दोपहर से पहले पहले राउंड की वार्ता विफल होने के बाद मोरहाबादी मैदान में धरना दे रहे राज्य भर से जुटे 2200 सहायक पुलिसकर्मी दोपहर बाद कांके रोड स्थित मुख्यमंत्री आवास तक पहुंच गये. रास्ते में उन्हें जगह-जगह पुलिस के जवानों ने रोकने की कोशिश की, लेकिन सहायक पुलिसकर्मी चकमा देते हुए सीएम आवास गेट के सामने पहुंचे गये. फिर क्या ता, लगभग एक घंटे तक कांके रोड रणक्षेत्र बना रहा. सीएम आवास के पास सुरक्षा में तैनात पुलिस के जवान और सहायक पुलिसकर्मी एक-दूसरे को ललकारते हुए भिड़ गए. सहायक पुलिसकर्मियों ने जहां सीएम हाउस के पास सुरक्षा में तैनात जवानों पर पथराव किया, बल्लियां भांजी, वहीं जवानों की लाठियां छीन कर हमले किए. इस दौरान सहायक पुलिसकर्मियों ने वहां मौजूद गाड़ियों में भी तोड़फोड़ की और पलट दिया. सहायक पुलिसकर्मियों ने वज्र वाहन पर भी कब्जा कर लिया है. उन्होंने इसका तार तोड़ दिया और गाड़ी के टायर का हवा भी निकाल दिया.
दो घंटे तक धरना पर बैठे रहे
पुलिस के जवानों ने भी सहायक पुलिसकर्मियों को खदेड़ने के लिए लाठियां बरसायीं. लाठीचार्ज में आधा दर्जन से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हो गये. लेकिन लाठीचार्ज के थोड़ी देर बाद ही सहायक पुलिसकर्मी सीएम हाउस गेट के सामने धरना पर बैठ गये और अपनी मांगों को लेकर नारेबाजी करने लगे. दो घंटे तक धरना पर बैठे रहे, तो रांची पुलिस के आला अधिकारियों ने सहायक पुलसकर्मियों को समझा-बुझा कर शांत कराया. पुलिस अधिकारियों द्वारा उन्हें बताया गया कि मुख्यमंत्री फिलहाल गिरिडीह में हैं. आश्वासन दिया कि उनके आते ही फिर से वार्ता करायी जाएगी.इसके बाद सहायक पुलिसकर्मी मोरहाबादी स्थित धरना स्थल पर वापस लौट गये. मौके पर डीसी राहुल कुमार सिन्हा, सदर एसडीओ उत्कर्ष कुमार, एडीएम लॉ एंड ऑर्डर राजेश्वर नाथ आलोक, सिटी एसपी राजकुमार मेहता सहित अन्य मौजूद थे.
जवानों की नाकेबंदी, बैरिकेडिंग को धत्ता बता सहायक पुलिसकर्मी पहुंच गये सीएम आवास
दो जुलाई से मोरहाबादी मैदान में टेंट-तंबू लगा कर धरना पर बैठे सहायक पुलिसकर्मियों ने आंदोलन के क्रम में शुक्रवार को सीएम आवास का घेराव करने की घोषणा की थी. सहायक पुलिसकर्मियों के सीएम आवास घेरने की घोषणा को देखते हुए पुलिस के आला अधिकारी व जवान सुबह से ही मोरहाबादी मैदान और कांके रोड में तैनात थे. जगह-जगह बैरिकेडिंग की गई थी, ताकि सहायक पुलिसकर्मी सीएम आवास तक नहीं पहुंच सकें. लेकिन पुलिस के आला अधिकारियों की व्यवस्था को धत्ता बताते हुए सहायक पुलिसकर्मी कांके रोड सीएम आवास के गेट तक पहुंच गए.
बैरिकेडिंग तोड़ी, पुलिस वाहन के शीशे भी तोड़ डाले
गुस्साये सहायक पुलिसकर्मी मोरहाबादी मैदान से सीएम आवास का घेराव करने बढ़े, तो कई जगह उन्हें रोकने की कोशिश की गयी. लेकिन उन्होंने किसी की परवाह नहीं की. रास्ते में कई बैरिकेडिंग तोड़ डाले. एक बाइक को पलट दिया, जिस कारण वहां तैनात सुरक्षा बल के कई जवान भी चोटिल हो गए. इस दौरान सहायक पुलिकर्मियों ने पथराव किया और पुलिस के वाहन का शीशा भी तोड़ डाला.
सीएम आवास के सामने एक-दूसरे को ललकारते रहे
सहायक पुलिसकर्मियों के आंदोलन का समर्थन करने जेबीकेएसएस के नेता देवेंद्र नाथ महतो भी पहुंचे थे. वे सहायक पुलिसकर्मियों को सीएम आवास चलने के लिए ललकार रहे थे. यहं पुलिस के जवानों ने सहायक पुलिसकर्मियों को रोकने की कोशिश की, तो उन्होंने बल्ली से उन पर हमला कर दिया. महतो सहायक पुलिसकर्मियों को साथ लेकर सीएम आवास पहुंचे और जवानों को ललकारने लगे. फिर क्या था, जवानों ने लाठी चार्ज कर दिया. उधर सहायक पुलिसकर्मियों ने बज्र वाहन का तार काट डाला, चालक को पीटा और जवानों पर पथराव भी किया. कांके रोड पर पुलिस जवानों से लाठियां छीन कर हमले करने लगे. सहायक पुलिसकर्मियों ने बांस-बल्लियां भी भांजी, जिससे कई पुलिस के जवान भी घायल हो गये. कुछ देर के लिए अफरा-तफरी का माहौल रहा.
स्थायीकरण पर अड़े, सरकार से साथ वार्ता में नहीं बनी सहमति
सहायक पुलिकर्मियों के सीएम आवास घेराव की घोषणा को देखते हुए पुलिस के आला अधिकारियों ने पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल को वार्ता के लिए बुलाया. सरकार के प्रतिनिधियों के साथ लगभग एक घंटे तक चली वार्ता विफल रही. वार्ता के दौरान सरकार की ओर से सहायक पुलिसकर्मियों का अनुबंध एक साल बढ़ाने, वेतन में 25 प्रतिशत बढ़ोतरी करने के साथ ही साथ पुलिस बहाली में आरक्षण देने का प्रस्ताव रखा गया, लेकिन सरकार का प्रस्ताव सहायक पुलिसकर्मियों को रास न आया. सहायक पुलिसकर्मी स्थायीकरण की मांग कर रहे हैं. उनका कहना है कि जब आम पुलिस के जवानों की तरह वे ड्यूटी कर रहे हैं, तो उनकी सेवा स्थायी क्यों नहीं की जा रही. वार्ता विफल होने के बाद सहायक पुलिसकर्मियों के प्रतिनिधि मोरहाबादी मैदान लौटे. साथियों को वार्ता के बारे में जानकारी दी, फिर सभी एकसाथ सीएम आवास के घेराव करने निकल पड़े.
मोरहाबादी मैदान में 19 जुलाई रात 12 बजे तक धारा 163 लागू
बता दें कि सदर एसडीओ उत्कर्ष कुमार ने सहायक पुलिसकर्मियों के सीएम आवास घेरने से पहले रांची के मोरहाबादी में स्थित राज्य अतिथिशाला के चाहरदीवारी से 100 मीटर की परिधि में धारा 163 के तहत निशेधाज्ञा लागू कर दी थी. निशेधाज्ञा (धारा 163) आज 19 जुलाई की रात 12 बजे तक लागू रहेगा. हालांकि डॉ० श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय, रांची को इससे मुक्त रखा गया है. जारी आदेश में कहा गया कि हाल के दिनों में संगठनों/ दलों द्वारा धरना, प्रदर्शन, जुलूस, रैली पूर्व में निर्धारित स्थान (जाकिर हुसैन पार्क) की जगह अन्य जगहों पर किया जा रहा है. इस प्रकार के कार्यक्रमों से सरकारी कामकाज में व्यवधान उत्पन्न होने, यातायात व्यवस्था बाधित होने, विधि-व्यवस्था की समस्या उत्पन्न होने और लोक परिशांति भंग होने की संभावना होती है. इसलिए सदर एसडीओ उत्कर्ष कुमार ने धारा-163 लागू किया है.