Jammu : जम्मू कश्मीर में एक सीनियर पुलिस अधिकारी हेमंत लोहिया की गला रेत कर हत्या कर दी गई. सोमवार उनकी हत्या उनके घर में ही गला रेतकर कर दी गई. हत्या के बाद उनके शव को जलाने की भी कोशिश की गई. हेमंत लोहिया जम्मू कश्मीर के डीजी जेल के पद पर पदस्थापित थे. उनकी हत्या के बाद जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर बड़े सवाल उठने लगे हैं. हत्या की घटना में उनके नौकर पर संदेह की जा रही है. साथ ही बताया जा रहा है कि घटना को अंजाम देने वाला नौकार किसी आतंकी संगठन का सदस्य है और समाचार लिखे जाने तक वह फरार है.
डीजी जेल हेमंत लोहिया की हत्या, गृह मंत्री अमित शाह के जम्मू-कश्मीर दौरे के ठीक पहले हुई है. इस कारण उनके दौरे को लेकर सुरक्षा व्यवस्था को नये सिरे से दुरुस्त की जा रही है. साथ ही घटना की जांच शुरु कर दी गई है.
घटना की जांच कर रही पुलिस ने अपने बयान में कहा है कि उनका घरेलू नौकर यासिर अहमद की तालाश की जा रही है. घटनास्थल से मिले सीसीटीवी फुटेज में नौकर यासिर अहमद भागता हुआ दिख रहा है. वह पिछले छह माह से डीजी जेल के घर पर काम कर रहा था. जांच में यह भी पता चला है कि नौकर का व्यवहार आक्रामक रहता था.
जम्मू के डीजीपी दिलबाग सिंह ने बताया कि लोहिया का शव उनके घर पर संदिग्ध परिस्थित में मिला था. शव देखने के बाद पता चला कि यह हत्या है. आरोपी ने हेमंत के लोहिया के शव को जलाने की भी कोशिश की. लोहिया को अगस्त में ही जम्मू कश्मीर में महानिदेशक जेल के पद पर प्रमोट किया गया था. वहीं जम्मू के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, मुकेश सिंह ने लोहिया के घर का दौरा किया. उन्होंने बताया कि लोहिया के शरीर पर जलने के निशान और उनका गला कटा हुआ पाया गया है.
पुलिस की मानें तो केचप की बोतल से पहले लोहिया का गला रेता गया. बाद में शव को जलाने की कोशिश की गई. लोहिया के घर के बाहर मौजूद गार्ड ने जब उनके कमरे में आग देखी, तब वे कमरे में गेट तोड़कर दाखिल हुए. कमरा अंदर से बंद था. ADGP ने कहा कि प्रारंभिक जांच में यह मर्डर लग रहा है. नौकर घर से फरार है, उसकी तलाश की जा रही है. फॉरेंसिंक टीम भी घटनास्थल पर पहुंचकर जांच कर रही है.
लोहिया 1992 बैच के आईपीएस अधिकारी थे
लोहिया 1992 बैच के आईपीएस अधिकारी थे. लोहिया काफी लंबे समय तक केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर रहे. फरवरी 2022 में ही अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक के पद पर जम्मू-कश्मीर लौट आए थे. वे होमगार्ड्स/नागरिक रक्षा/राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) में कमांडेंट जनरल के रूप में तैनात थे.