Ranchi: रूपा तिर्की और जज उत्तम आनंद मौत मामले की जांच सीबीआई कर रही है. ये दोनों मामले झारखंड ही नहीं देशभर में चर्चित हुए थे. रूपा तिर्की की मौत को एक साल हो गए, वहीं जज उत्तम आनंद की मौत को भी अब दस महीने हो गए हैं. बावजूद सीबीआई अबतक किसी ठोस नतीजे तक नहीं पहुंच पायी है. झारखंड की लेटेस्ट खबरों के लिए यहां क्लिक करें…
उत्तम आनंद की मौत आज भी सवालों में !
धनबाद के जिला एवं सत्र न्यायाधीश उत्तम आनंद पिछले साल 28 जुलाई 2021 को सुबह में मॉर्निंग वॉक में निकले थे. इसी दौरान ऑटो के धक्के में उनकी मौत हो गयी. हादसे को लेकर सीसीटीवी फुटेज के आधार पर कई संदेह उत्पन्न हुए और साजिश की आशंका को लेकर हाईकोर्ट ने भी संज्ञान लिया.
बाद में हाईकोर्ट की मॉनिटरिंग में इस मामले की जांच सीबीआई ने तीन अगस्त 2021 को टेकओवर किया. जिसके बाद सीबीआई इस मामले की जांच कर रही है. इस मामले में राहुल और लखन नाम के दो युवकों को गिरफ्तार कर जेल भी भेजा गया है. लेकिन 10 महीने बीत जाने बाद भी अब तक सीबीआई की टीम किसी ठोस नतीजे पर नहीं पहुंच गयी है.
रूपा तिर्की मौत मामले का नहीं हो पाया खुलासा
साहिबगंज पुलिस लाइन स्थित गंगा भवन सरकारी क्वार्टर US-1 में संदिग्ध अवस्था में रूपा तिर्की का शव तीन मई 2021 को बरामद हुआ था. सीबीआई के द्वारा इस केस से जुड़े 6 से अधिक लोगों को चिन्हित कर उनके क्वार्टर के आसपास के लोगों से पूछताछ की गयी थी.
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इस मामले में रूपा तिर्की के दोस्त शिव कनौजिया को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था. साथ ही कई लोगों से पूछताछ भी की गई थी. गौरतलब है कि रूपा तिर्की मौत मामले में एक सितंबर 2021 को झारखंड हाईकोर्ट के जस्टिस एसके द्विवेदी की अदालत ने सीबीआई को अविलंब केस लेकर जांच करने का निर्देश दिया था. सीबीआई ने इस मामले में कांड संख्या आरसी 0922021S0002 मामला दर्ज कर जांच शुरू की है. साल भर से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी सीबीआई इस मामले में किसी ठोस नतीजे पर नहीं पहुंची है.