Ranchi : बुधवार को सीडीसी के 50 सुपरवाइजर अपनी मांगों को लेकर रांची नगर निगम पहुंचे. सभी सुपरवाइजरों ने वार्ड पार्षदों से मुलाकात कर अपनी मांगें रखी. सुपरवाइजर अजय कुमार ने बताया कि सीडीसी में तकरीबन डेढ़ साल काम किया है. निगम से टर्मिनेट होने के बाद सीडीसी 4 माह का बकाया वेतन लेकर भाग गयी. हम सभी सुपरवाइजर पिछले 2 माह से लगातार निगम का चक्कर लगा रहे हैं. हमें बस यही आश्वासन मिलता है कि जब भी बोर्ड मीटिंग होगी, तब इस बात को रखा जाएगा, मगर 2 महीने बीतने के बाद भी अब तक कुछ नहीं हुआ. बेरोजगार होने के कारण हमारे सामने आर्थिक संकट उत्पन्न हो गया है, घर चलाने में बहुत परेशानी हो रही है.
वहीं सुपरवाइजर नीरज ने बताया कि निगम ने इससे पहले भी दो कंपनी को सस्पेंड किया है, मगर उस वक्त उन दोनों कंपनी के सुपरवाइजर को निगम ने वापस काम पर रख लिया था. हम सभी सुपरवाइजर अनुभवी हैं. हमें अपने वार्ड की जानकारी है, पर निगम हमें काम पर क्यों नहीं रखना चाहता, पता नहीं. आज हम सभी वार्ड पार्षदों से मिलकर अपनी समस्या बताने आये हैं. निगम हमलोगों के बारे में सोचे.
बताते चलें कि निगम द्वारा सीडीसी को टर्मिनेट करने के बाद यह सभी सुपरवाइजर बेरोजगार हो गए हैं. निगम ने इन सुपरवाइजर को काम पर दुबारा नहीं रखा है. सुपरवाइजरों का कहना है कि निगम हमें काम पर रखे और हमारा बकाया वेतन का भी भुगतान करे.
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