Hazaribagh : सीपीएम के स्थानीय कार्यालय में जिला कमेटी की बैठक लक्ष्मी नारायण सिंह की अध्यक्षता में हुई. इसमें कहा गया कि अभी हाल ही में हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट ने सरकार की पूंजीपतियों के प्रेम को दर्शाया है. इस रिपोर्ट के आने से अडानी समूह के काले कारनामों का कच्चा चिट्ठा खुल गया है. इससे स्पष्ट हो गया है कि सरकार के दबाव में एलआईसी और सरकारी बैंकों ने अडानी को आंख बंद कर ऋण दिया है. इससे देश की अर्थव्यवस्था चौपट होने की कगार पर है. इस रिपोर्ट पर सरकार को तत्काल जांच करवानी चाहिए. विपक्षी पार्टियों के ऊपर सीबीआई, ईडी, आईटी आदि के माध्यम से बात-बात पर छापा मारने वाली सरकार आखिर हिंडनबर्ग के खुलासे पर खामोश क्यों है ? इससे स्पष्ट होता है कि जांच की रिपोर्ट में कुछ तो सच्चाई है. अगर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में सच्चाई नहीं है, तो सरकार को उस पर तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए.
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बैठक में देश के वरिष्ठ नेता शरद यादव और हजारीबाग जिला कमेटी सदस्य भुवनेश्वर महतो के निधन पर एक मिनट का मौन रखकर शोक प्रकट करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी गई. बैठक में जिला सचिव ईश्वर महतो ने रिपोर्ट पेश किया, जिस पर कार्यकर्ताओं ने बहस कर रिपोर्ट को पास किया. फिर आम बजट पर चर्चा की गई. इसमें कार्यकर्ताओं ने अपनी बात को रखते हुए कहा कि डिजिटल इंडिया बनाते-बनाते सरकार डिजिटल लाइब्रेरी पर आ गई. बैठक में पर्यवेक्षक के रूप में राज्य कमेटी की ओर से असीम सरकार शामिलहुए. उनकी उपस्थिति में जिला कमेटी और आमंत्रित साथियों का नवीकरण किया गया. इस बैठक में गणेश कुमार सीटू, तपेश्वर राम, विपिन कुमार सिन्हा, सुरेश कुमार दास, अजय राम, विजय मिश्रा आदि ने भाग लिया.
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