Chaibasa (Ramendra Kumar Sinha) : रोमन कैथोलिक चर्च में पुण्य शुक्रवार यानी गुड फ्राइडे बड़े ही पवित्रता के साथ मनाया गया. प्रचलित मान्यताओं के अनुसार इस दिन प्रभु यीशु को यातनाएं पहुंचाकर सूली पर चढ़ाया गया था. ईसाई धर्म को मानने वाले अनुयायी इस दिन को प्रभु यीशु के बलिदान दिवस के रूप में याद करते हैं. इधर, जेवियर मैदान में गुड फ्राइडे में ईसा को सूली पर लटकाने के पूर्व कट्टर यहूदी राजाओं के द्वारा दी गई यातनाओं के घटनाक्रम की झांकियां भी प्रस्तुत की गई. झांकियों को बलिदानी प्रार्थना से जोड़ा गया. इस झांकी में लुपुंगुटु, पाताहातु, जेवियर नगर, गुटुसाई, बड़बिल, सुपलसाई शहरी क्षेत्र आदि इकाई के विश्वासियों ने क्रूस यात्रा निकाल कर यातनाओं का संस्मरण प्रस्तुत किया. इसके बाद गुड फ्राइडे की मिस्सा पूजा अनुष्ठान में विकर जेनरल जमशेदपुर धर्म प्रांत अल्वीन सीवी ने किया.
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प्रभु यीशु ने दिया था प्रेम और करुणा का संदेश
उन्होंने अपने संदेश में कहा कि प्रभु यीशु ने अपने विरोधियों द्वारा निर्मम यातनाओं के बावजूद विचलित नहीं हुए. यीशु ईश्वर से प्रार्थना करते रहे कि जो गलती कर रहे हैं उन्हें क्षमा करें, क्योंकि वे नहीं जानते कि क्या कर रहे हैं. फादर निकोलस ने कहा कि प्रभु यीशु का आचरण मानव जाति का आदर्श है. उनका बलिदान हमें संदेश देता है कि नफरत विकास की राह में बाधक है. इसलिए बदले की भावना और नफरत की आग से निकल कर प्रगति की और आगे बढ़े. मिस्सा प्रार्थना सभा को पल्ली के धार्मिक गीत के कोयर दल ने संजीव कुमार बलमुचू, रंजीत मुंडू, रोबिन बलमुचू, कमल मिंज, रोयलेन तोपनो, अमातुस तोपनो की अगुवाई में मधुर भक्ति गीत व संगीत से भक्तिमय वातावरण बनाया. मौके पर सिस्टर नीलिमा केरकेट्टा, सिस्टर बलमदीना, ब्रदर अनिल कुजूर समेत काफी संख्या में ईसाई समुदाय के बच्चे व महिला-पुरुष उपस्थित थे.
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