Chaibasa (Ramendra Kumar Sinha) : सावन मास में सभी शिव मंदिरों में भगवान भोलेनाथ का भव्य शृंगार कर सहस्त्रनाम मंत्र उपचार के साथ उनको जलाभिषेक किया जाता है. जलाभिषेक में बड़ी संख्या में श्रद्धालु भी शामिल होते हैं. जलाभिषेक के पूर्व भगवान भोलेनाथ को फूलों से एवं उनके प्रिय साजो सामान के साथ उनका भव्य शृंगार किया जाता है, जो देखने में ही बनता है.
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उसके बाद शुरू होती है भगवान की पूजा अर्चना और सहस्त्रनाम स्त्रोत के मंत्रोच्चार के साथ ही उपस्थित श्रद्धालु उनका जलाभिषेक करते हैं. यह कार्य प्रतिदिन रात्रि 8:30 बजे से आरंभ होता है रात्रि 11:00 बजे तक चलता है. उसके बाद भगवान की आरती के बाद श्रद्धालुओं के बीच प्रसाद का वितरण किया जाता है. भगवान का जलाभिषेक एवं शृंगार सभी शिव मंदिरों में किया जाता है.
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