- झामुमो ने अपने चुनावी एजेंडा में भी इसे रद्द करने का मुद्दा रखा था
Chaibasa (Sukesh Kumar) : राजनागर प्रखंड हेरमा पंचायत अंतर्गत राजस्व ग्राम धोड़ाडीह में ईचा खरकई बांध विरोधी संघ कोल्हान ने जन जागरण सह जनांदोलन चलाया. पिछले कई महीनों से संघ द्वारा ईचा डैम को रद्द करने के लिए यह जनांदोलन कोल्हान के 87 गांव में चला कर लोगों जागरूक किया जा रहा है. झारखंड और ओडिशा के सीमावर्ती क्षेत्रों में लगातार अभियान चलाया जा रहा है. जन आंदोलन को ग्रामीणों एवं डैम प्रभावितों का भरपूर समर्थन मिल रहा है. अभियान को मजबूत नेतृत्व प्रदान करने के लिए ग्रामीण मुंडा, मानकी, ग्राम प्रधान को शामिल किया जा रहा है. संघ के अध्यक्ष बीर सिंह बुड़ीउली ने कहा कि संघ का एकमात्र लक्ष्य वर्षों पुरानी आदिवासी मूलवासी की मांग ईचा डैम रद्द करने की है. कोल्हानवासी डैम रद्द होने की प्रतीक्षा में हैं.
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सत्ता के शीर्ष पद पर बैठकर भी ईचा डैम रद्द नहीं करा सके चंपाई
स्थानीय विधायक सह पूर्व मुख्यमंत्री पिछले 25 सालों से आदिवासी मूलवासियों को ठगने और छलने का काम किया है. सत्ता के शीर्ष पद पर बैठकर भी ईचा डैम रद्द नहीं करा सके. विगत 2019 के चुनाव में झामुमो ने डैम रद्द कराने को अपना मुख्य चुनावी मुद्दा बनाया था. पूर्व मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन ईचा डैम रद्द करने का अपना वादा पूरा करें. झामुमो की सरकार आगामी विधानसभा के मॉनसून सत्र में डैम रद्द करने का प्रस्ताव पारित करें या मंतव्य स्पष्ट करें कि स्वर्णरेखा बहुउद्देशीय परियोजना कब तक रद्द करेगी या नहीं. जन जागरण अभियान को दशकन कुदादा, सुरेश सोय, रेयांस सामड आदि ने भी संबोधित किया. अभियान में दशकन कुदादा, बिर सिंह बुड़ीउली, रेयांस सामड, सुरेश सोय, हरीश चंद्र अल्डा, योगेश कालुंडिया, सालुका बारी, मारकंडो बारी, दिकू राम मर्डी, चुंबरू सोय, लालू कालुंडिया, कार्तिक सोय, सनातन सोय, मुकेश बानरा, नारायण सवैया, रविंद्र अल्डा, गुलिया कालुंडिया, मनसा बोदरा राकेश आंदोलनकारी और ग्रामीण उपस्थित थे.
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