Chaibasa : कोल्हान विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति डॉ. अरुण कुमार को विश्वविद्यालय द्वारा किए जा रहे अधिक वेतन भुगतान को लेकर मामला गर्म हो गया है. अब तक सातवें वेतनमान का निर्धारण नहीं हुआ है, लेकिन उन्हें सातवां वेतनमान का लाभ दिया जा रहा है. विश्वविद्यालय प्रशासन ने सातवां वेतनमान का प्रस्ताव बनाकर सरकार के पास भेजा है. लेकिन अब तक सरकार ने सातवें वेतनमान पर मुहर नहीं लगाई है. फिर भी विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से उन्हें भुगतान किया जा रहा है. ऐसे में सातवें वेतनमान का मामला लंबित होने के बावजूद भी उन्हें इसका लाभ देने का मामला समझ से परे है.
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छठे वेतनमान में 1,44,200 रुपये का जिक्र

उल्लेखनीय है कि कोल्हान विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति को बिना पेंशन की राशि घटाए ही वेतन का भुगतान किया जा रहा है. वर्तमान में उनका छठवां वेतनमान निर्धारण हुआ है, जिसमें 1,44,200 का जिक्र है. कोल्हान विवि के प्रति कुलपति से पहले डॉ. अरूण कुमार केंद्रीय औषधि अनुसंधान संस्थान लखनऊ में चीफ वैज्ञानिक के पद पर कार्यरत थे. वर्तमान में केंद्र सरकार से उन्हें 1,05,600 पेंशन के रूप में भुगतान किया जाता है, जबकि उनकी अंतिम सैलरी 2,11,800 रुपये है.
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पेंशन राशि घटाकर किया गया है सातवें वेतनमान का भुगतान
विदित हो कि विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा प्रति कुलपति को सातवें वेतनमान का भुगतान पेंशन राशि घटाकर किया जा रहा है. जबकि नियमानुसार छठवें वेतनमान का भुगतान भी पेंशन राशि घटाकर होना चाहिए था. छठवां वेतनमान के अनुसार प्रति कुलपति को 1,44,200 रुपये प्रतिमाह विश्वविद्यालय की ओर से मिलना चाहिए. लेकिन उससे अधिक ही प्रति कुलपति को भुगतान किया जा रहा है.
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