- भाषा-संस्कृति को बचाने के लिए खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन
Chaibasa (Sukesh kumar) : विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर टोन्टो प्रखंड के सिरिंगसिया पंचायत के अन्तर्गत ग्राम कुदाहातु में हो समाज की भाषा-संस्कृति को बचाने के लिए विभिन्न सांस्कृतिक खेलकूद प्रतियोगिता का रविवार को आयोजन किया गया. प्रतियोगिता में भाग लेने वाले महिला एवं पुरुष वर्ग को अतिथियों ने सम्मानित किया. यह कार्यक्रम कुदाहातु गांव में दूसरी बार आयोजित की गई. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि हो समाज के बुद्धिजीवी राजेन्द्र सिंकू ने आदिवासी दिवस के उद्देश्य पर जानकारी साझा करते हुए कहा कि हमारे आदिवासी इस धरती के जल, जंगल और जमीन के रक्षक हैं. इसके बावजूद भी हम अपनी हक और अधिकार का सही लाभ नहीं ले पाते हैं, क्योंकि हमारे आदिवासी समाज में बहुत कम लोग ही पढ़े लिखे हैं. इसके कारण हमारा आज भारत आजादी के 77 साल बाद भी हम अपने हक और अधिकार का सही लाभ नहीं ले पा रहे हैं. इसके लिए हम सभी सामाजिक जागरूकता और शैक्षणिक विकास में आगे आएं, अन्यथा हम कभी भी सामाजिक, धार्मिक, आर्थिक, राजनीति की खराब स्थिति से कभी बाहर नहीं निकल सकते हैं.
इसे भी पढ़ें : Chandil : आदिवासी कुड़मी समाज ने जिप सदस्य के खिलाफ मामला दर्ज कराया
रीति-रिवाज व धर्म संस्कृति का बचाने का लें संकल्प : अध्यक्ष
कार्यक्रम में आदिवासी हो समाज युवा महासभा के टोन्टो प्रखंड अध्यक्ष राजेश उर्फ बिष्टुम हेस्सा ने कहा कि विश्व आदिवासी दिवस के शुभ अवसर पर आदिवासी समुदाय की रीति-रिवाज एवं अपनी धर्म संस्कृति को बचाये रखने का संकल्प लें. आदिवासी समाज की परंपरा से नयी पीढ़ी को जोड़ने में आप सभी आदिवासी हो समाज महासभा से जुड़ें और सामाजिक विकास में ग्रामीणों को आर्थिक रूप से मदद करने के लिए अपील की. इसके साथ ही हो समाज की मूल-संस्कृति के बचाव एवं धार्मिक भटकाव से लोगों को बचाने में सामाजिक स्तर पर जन जागरूकता फैलाने हेतु युवाओं को आदिवासी हो समाज युवा महासभा को सहयोग करने लिए प्रोत्साहित किया. इस अवसर पर जब्बर सिंह लागुरी, सुरेश चंद्र हेस्सा, पोदना लागुरी, बिष्टुम हेस्सा, हरिश चंद्र हेस्सा,अर्जुन बालमुचू, लादुरा हेस्सा, तुरी सिदू प्रेम हेस्सा,आदि ग्रामीण उपस्थित थे. कार्यक्रम में पुरुषों पुरुषों के लिए सेंगेल गुरतुई ओल, बोड़ पटा:, रूतु -बनम साड़ी बदा-बादी सांस्कृतिक खेलकूद का आयोजन किया गया. महिलाओं के लिए जाटि गलंग, जोनो गलंग बदाबादी, सकम पुऊ, सुसुन-दुरंग बदा-बादी आदि का आयोजन किया गया. साथ ही समाज में हो रहे दुष्परिणामों को नुक्कड़ नाटक के माध्यम से दिखाया गया.
इसे भी पढ़ें : Jamshedpur : सुंदरनगर पुलिस ने चलाया नशा मुक्ति अभियान
[wpse_comments_template]