Chandil (Dilip Kumar) : साइबर क्राइम को अंजाम देने वाले शहरों के साथ अब गांवों में रहने वालों को भी अपना शिकार बनाने लगे हैं. ग्रामीण क्षेत्र के रहने वाले लोग तकनीकी की जानकारी नहीं रहने के कारण आसानी से साइबर ठगों का शिकार बन रहे हैं. ऐसे ही साइबर क्राइम का शिकार हुे हैं ईचागढ़ थाना क्षेत्र के टीकर के रहने वाले सूरज नारायण साहू. सूरज गम्हरिया में रहकर प्राइवेट कंपनी में नौकरी करता है. साइबर ठगों ने उनकी पत्नी पूजा साहू के मोबाइल पर फोन कर बताया कि उन्हें किसान सम्मान राशि के रूप में 12 हजार रुपये दिए गए हैं. मोबाइल में एप डाउनलोड कर ओटीपी बता दीजिए तो बैंक खाते में रुपये जमा कर दिए जाएंगे. एप डाउनलोड कर ओटीपी बताते ही उनके बैंक खाते से सारे रुपये निकाल लिए गए.
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दो अकाउंट से निकाले रुपये
साइबर ठगों ने सूरज साहू और उनकी पत्नी दोनों को सम्मान राशि देने की बात बताकर दोनों के मोबाइल पर एप डाउनलोड करवाया और दोनों के खाते को जीरो बैलेंस में पहुंचा दिया. सूरज साहू ने बताया कि यह घटना उस समय घटी जब वे घर पर नहीं थे और मोबाइल घर में छोड़े हुए थे. उनकी पत्नी को तकनीक की अधिक जानकारी नहीं रहने के कारण ठगों के बताए अनुसार दोनों मोबाइल पर एप डाउनलोड किया और ठगों को ओटीपी बता दिया. ठगों ने सूरज के यूको बैंक के खाते से 17 हजार और उनकी पत्नी के यूको बैंक खाते से डेढ़ हजार रुपये निकाल लिए. रुपये निकालने के बाद भी मोबाइल पर साइबर ठगों ने बात की और बताया कि शाम तक रुपये वापस कर देंगे.
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किसी को ना बताएं ओटीपी
बैंक खाते से रुपये निकासी होने के बाद सूरज ने इसकी जानकारी तत्काल अपने बैंक शाखा को दी. बैंक की ओर से कहा गया कि वे इस मामले में कुछ नहीं कर पाएंगे. कहा गया कि बैंक खाता से संबंधित ओटीपी किसी भी दूसरे व्यक्ति के साथ शेयर ना करें. ऐसा करने पर बैंक कुछ नहीं कर पाएगा. इसके लिए साइबर थाना में शिकायत दर्ज कराना पड़ेगा. इसके बाद सूरज साइबर थाना पहुंचा, लेकिन वहां से उसे संबंधित थाना में शिकायत दर्ज करने के लिए कहा गया.
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