- नईम साबरी और खान भारती के बीच होगा कव्वाली का मुकाबला
Chandil (Dilip Kumar) : चांडिल अनुमंडल अंतर्गत कुकड़ू प्रखंड के चौड़ा में हजरत शमशुल हुदा बद्दी अलचिश्ती रहमतुल्लाह अलैह का 27वां सालाना उर्स 12 सितंबर को मनाया जाएगा. इसको लेकर मजार परिसर में बागे हरम उर्स कमेटी की तैयारियां जोरों पर हैं. उर्स के मौके पर महफिल-ए-शमां (कव्वाली कार्यक्रम) का आयोजन भी होगा. 12 सितंबर की सुबह सात बजे से कुरान खानी, शाम चार बजे से गुस्ल संदल, बाद नमाजे मगरिब मिलाद शरीफ का एनेकाद किया गया है. बाद नमाजे ईशा मजारे मुबारक पर चादरपोशी की जाएगी. रात आठ से नौ बजे तक लंगर-ए-आम जारी रहेगा. वहीं 12 सितंबर की रात 10 बजे से नईम साबरी कव्वाल एंड पार्टी बदायूं उत्तर प्रदेश बनाम खान भारती कव्वाल एंड पार्टी गया बिहार के बीच शानदार कव्वाली का मुकाबला होगा.
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20 सदस्यों का है बागे हरम उर्स कमेटी
हजरत शमशुल हुदा बद्दी अलचिश्ती रहमतुल्लाह अलैह की 27वां सालाना उर्स को लेकर बागे हरम उर्स कमेटी ने डॉ. शाहाबुद्दीन अंसारी को अध्यक्ष और चौड़ा के उप मुखिया लाल मोहम्मद अंसारी उर्फ लालकु को सचिव बनाया है. इस कमेटी में करीब 20 लोग अन्य पदों पर हैं. इसके अलावे उर्स को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने को लेकर बड़ी संख्या में वॉलिंटियर बनाए जाएंगे. डॉ. शाहाबुद्दीन अंसारी के नेतृत्व में बनी कमेटी ने पिछले एक महीने से उर्स से संबंधित तमाम कार्यों को बड़ी तेजी से अंजाम देने में लगी है. उर्स कमेटी के अध्यक्ष डॉ शहाबुद्दीन अंसारी ने कहा कि समय कम रहने के बावजूद सभी तैयारियां लगभग पूरी कर ली गई हैं.
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कौमी एकता की मिशाल है बाबा का उर्स
कुकड़ू प्रखंड के चौड़ा में आयोजित हजरत शमशुल हुदा बद्दी अलचिश्ती रहमतुल्लाह अलैह का यह उर्स कौमी एकता की प्रतीक है. उर्स में पुलिस-प्रशासन की ओर से सुरक्षा की व्यवस्था काफी चाक-चौबंद रहती है. साथ ही सभी लोगों का सहयोग भी रहता है. विधायक, सांसद, स्थानीय जनप्रतिनिधि, अधिकारी एवं विभिन्न समुदाय के लोग भारी संख्या में बाबा के दरबार में हाजिरी लगाते हैं. उर्स में कोलकाता, जमशेदपुर, रांची, पुरुलिया एवं आसपास के गांवों के लोगों के अलावे दूर-दराज से बाबा को मानने वाले पहुंचते हैं. इस उर्स की खासियत यह है कि इस आयोजन में सभी संप्रदाय के लोग पूरी श्रद्धा के साथ भाग लेते हैं.
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