Chandil (Dilip Kumar) : विश्व आदिवासी दिवस के उपलक्ष्य में नीमडीह प्रखंड के अखिल भारतीय आदिवासी भूमिज मुंडा कल्याण समिति के तत्वावधान में नीमडीह प्रखंड के नारगाटांड़ जाहेरथान के समक्ष साल व अन्य कई प्रकार के पौधे लगा कर विश्व आदिवासी दिवस मनाया गया. मौके पर जाहेरथान के समीप मारांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा की आदमकद मूर्ति के समक्ष सभी आदिवासियों ने एक स्वर में आदिवासियों के जल, जंगल, जमीन की आहुति देने वाले पूर्वजों के संघर्ष के दिखाए रास्ते पर चलने का संकल्प लिया. इस अवसर पर चुआड़ सेना के अध्यक्ष मानिक सिंह सरदार ने कहा कि आदिवासी दिवस संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा घोषित किया गया है, जो गर्व की बात है. लेकिन भारतीय संविधान में आदिवासी शब्द का कहीं कोई उल्लेख नहीं है, जो दुर्भाग्यपूर्ण है.
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आदिवासी शब्द को संविधान में दर्ज करने की मांग
इस अवसर पर भारत सरकार से मांग की गई कि अनुसूचित जनजाति शब्द को हटाकर आदिवासी शब्द को भारतीय संविधान में दर्ज किया जाए. साथ में भारत के तमाम आदिवासियों से अपील है कि इस मुहिम को आगे बढ़ाने में अपना योगदान दें. इस अवसर पर अखिल भारतीय भूमिज मुंडा कल्याण समिति नीमडीह के अध्यक्ष जयराम सिंह, सामाजिक कार्यकर्ता सुधीर किस्कू, झारखंड प्रदेश चुआड़ सेना अध्यक्ष मानिक सिंह सरदार, हरेकष्णा सिंह सरदार, दिगंबर सिंह, जगदीश सरदार, निरंजन सिंह सरदार, सुदामा हेम्ब्रम समेत बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे.
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