Chandil (Dilip Kumar) : चांडिल बांध विस्थापित मत्स्यजीवि स्वावलंबी सहकारी समिति लिमिटेड, चांडिल ने भू-अर्जन एवं पुनर्वास कार्यालय के अपर निदेशक को मांगपत्र सौंपकर विस्थापितों के लिए स्वारोजगार देने की मांग की है. अपर निदेशक रंजना मिश्रा को सौंपे पत्र में समिति ने कहा कि चांडिल जलाशय में पुनर्वास नीति के अनुसार पर्यटन एवं मत्स्य पालन में योजना बनाकर विस्थापितों को स्वरोजगार उपलब्ध कराएं. चांडिल बांध से विस्थापित हुए कई लोगों को नौकरी नहीं मिल सकी है. आज वे रोजगार के लिए दर बदर की ठोकरे खा रहे हैं. पत्र में अपर निदेशक से सिंचाई विभाग द्वारा बनाए गए पुनर्वास नीति के आधार पर विस्थापितों को स्वरोजगार देने की मांग की गई है.
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चांडिल जलाशय के अन्य स्थानों में नौका विहार शुरू करने की मांग
समिति ने सौंपे गए पत्र में कहा है कि विस्थापितों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए पातकुम, ईचागढ़, मैसाड़ा, बांदाबीर, दुलमी, बोड़िया, लावा, रसुनिया समेत अन्य स्थानों में नौका विहार का परिचालन शुरू किया जा सकता है. इन स्थलों को पर्यटक स्थल के रूप में विकसीत कर विस्थापितों को रोजगार उपलब्ध कराया जा सकता है. इसके साथ ही मत्स्य पालन के लिए मत्स्य विभाग से मत्स्य अंगुलिका दी जाए, मछली मारने वालों को चिन्हित कर जाल दिया जाए, केज व पेन कल्चर शुरू किया जाए. पुनर्वास नीति के अनुसार विभाग के जमीन पर दुकान बनाकर बेरोजगार विस्थापितों को दिया जाए. स्वरोजगार हेतु विस्थापितों को कम ब्याज पर लोन दिया जाए और विस्थापितों को प्रशिक्षण दिया जाए. मांग पत्र सौंपने वालों में समिति के अध्यक्ष नारायण गोप, सचिव श्यामल मार्डी, बासुदेव आदित्यदेव व देवेन महतो शामिल थे.
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