Chandil (Dilip Kumar) : ईचागढ़ विधानसभा क्षेत्र की विधायक सविता महतो ने विधानसभा के चालू सत्र में शून्यकाल के दौरान तिरुलडीह गोलीकांड का मामला उठाया. विधायक ने सरकार से उक्त छात्र आंदोलन में मृतकों के आश्रितों को सरकारी नौकरी देने की मांग की है. वहीं उक्त आंदोलन में जेल की सजा काटने वालों छात्रों को चिन्हित कर उन्हें आंदोलनकारी घोषित करने और उन्हें पेंशन व अन्य सुविधाएं मुहैया कराने की भी मांग की है. विधायक ने कहा कि आंदोलन के बदौलत ही झारखंड अलग राज्य मिला है. राज्य में आंदोलनकारियों को सुविधाएं मिलनी चाहिए.
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आश्रितों को मिले सरकारी नौकरी
उन्होंने शून्यकाल की सूचना में विधानसभा अध्यक्ष को बताया कि ईचागढ़ विधान सभा क्षेत्र अंतर्गत ईचागढ़ प्रखंड के तत्कालीन मुख्यालय तिरुलडीह में 21 अक्टूबर 1982 को क्षेत्र को अकालग्रस्त घोषित करने व झारखंड अलग राज्य मांग के आंदोलन में शामिल निरिह छात्रों पर पुलिस फायरिंग हुई थी. पुलिस फायरिंग में चांडिल प्रखंड के कुरली निवासी छात्र अजित महतो व ईचागढ़ प्रखंड के आदरडीह निवासी छात्र धनंजय महतो शहीद हो गए थे. वहीं फायरिंग में सर्वेश्वर महतो व खोगेन महतो घायल हुए थे. उस वक्त पुलिस ने इनके अलावा चालीस निर्दोष छात्रों को नामजद अभियुक्त बनाकर जेल भेजा था.