Chandil (Dilip Kumar) : चांडिल अनुमंडल क्षेत्र अंतर्गत ईचागढ़ प्रखंड के विभिन्न सड़कों की मरम्मति कर उसे चलने लायक बनाने की मांग को लेकर मंगलवार को झारखंडी भाषा खतियान संघर्ष समिति के बैनर तले प्रखंड कार्यालय का घेराव किया गया. घेराव कार्यक्रम में ईचागढ़ प्रखंड के पातकुम, चिमटिया, तुता, लेपाटांड़ और मैसाढ़ा पंचायत के विभिन्न गांवों के लोग शामिल हुए. इस दौरान अपनी मांगों को लेकर घेराव में शामिल लोगों ने नारेबाजी भी की. इस दौरान बताया गया कि पातकुम से पुरानडीह, खोखरो होते हुए कुकड़ू की ओर जाने वाली, तामारी गांव से पाटपुर नाला किनारे होते हुए डुमटांड तक जाने वाली सड़क, पुरानडीह मोड़ से मैसाढ़ा गांव की ओर और चिमटिया गांव की ओर जाने वाली सड़क बदहाल स्थिति में है. उक्त सड़क पर पैदल चलना भी दुभर है. लोग जान जोखिम में डालकर आवागमन करने को मजबूर हैं. इन सड़कों की मरम्मति के लिए झारखंडी भाषा खतियान संघर्ष समिति चांडिल अनुमंडल इकाई संगठन द्वारा 18 जुलाई को उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा गया था. ज्ञापन की प्रतिलिपि ईचागढ़ के प्रखंड विकास पदाधिकारी को भी दिया गया था. ज्ञापन सौंपने के 15 दिनों के बाद भी इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है.
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नौ अगस्त तक मोहल्लत, दस से करेंगे श्रमदान
प्रखंड घेराव के दौरान झारखंडी भाषा खतियान संघर्ष समिति ईचागढ़ के प्रखंड विकास पदाधिकारी किकु महतो को ज्ञापन सौंपा है. सौंपे गए ज्ञापन में कहा गया है कि उक्त सड़कों की मरम्मति के लिए समिति प्रशासन को नौ अगस्त तक का मोहलत दिया है. नौ अगस्त तक सड़कों की मरम्मति का काम शुरू नहीं होने पर दस अगस्त से पातकुम, चिमटिया, तुता, लेपाटांड़ और मैसाढ़ा पंचायत के ग्रामीण श्रमदान कर सड़कों की मरम्मति का काम करेंगे. इसके बाद भारतीय संविधान के टोल कानून का पालन करते हुए इन सड़कों से गुजरने वाले हर वाहन से टोल शुल्क लेकर सड़क का स्थायी निर्माण करेंगे.
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जनप्रतिनिधि व पदाधिकारियों का चलना रहेगा निषेध
झारखंडी भाषा खतियान संघर्ष समिति के सदस्यों ने ज्ञापन में कहा कि इन सड़कों पर भारी वाहनों के अलावा जनप्रतिनिधि व प्रखंड कार्यालय के किसी भी पदाधिकारी का चलना निषेध होगा. सड़कों की मरम्मति के बाद जब बैरिकेट लगाया जाएगा, तब उसे हटाने के लिए अगर कोई सरकारी पदाधिकारी जोर जबरदस्ती करेंगे तो उसे नहीं माना जाएगा. इस दौरान अगर कोई अप्रिय घटना या कानूनी समस्या होती है तो उसका जिम्मेदार ईचागढ प्रखंड कार्यालय के पदाधिकारी होंगे. मौके पर तरुण महतो ने कहा कि अब झारखंड में झारखंडियों का पहला हक होना चाहिए झारखंड में अब बाबू गिरी नहीं चलेगा. इस अवसर पर रूपेश ठाकुर, शंकर महतो, रूपेश वर्मा, राजेश महतो, पीके पुराण, बादल पुराण, राकेश रंजन महतो, मनोज प्रमाणिक, सुभाष प्रमाणिक, इंद्र महतो, उपेन प्रमाणिक, तिलक महतो, मोतीलाल पुराण, कार्तिक माझी, रेणुका महतो, कमला लोहार, मोगली देवी, मैनका पुराण, मीरा पुराण समेत बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे.
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