- चांडिल अनुमंडल क्षेत्र हुआ शिवमय, मंदिर में भक्तों का लगा रहा तांता
- श्रद्धालुओं ने बाबा को चढ़ाए बेलपत्र, भांग, धतूरा
Chandil (Dilip Kumar) : सावन महीने की शुरुआत सोमवार से हुई है. पहली सोमवारी से चांडिल अनुमंडल क्षेत्र का वातावरण शिवमय हो गया है. इस पावन अवसर पर शिव का ध्यान कर भक्तों ने व्रत का संकल्प लिया. सावन का पहला दिन ही सोमवार पड़ा, ऐसे में शिव भक्तों का उत्साह चरम पर देखा गया. पहली सोमवारी होने के कारण शिवालयों में उमड़े शिवभक्त उत्साहित नजर आए. भोले नाथ के दर्शन-पूजन के लिए शिवालयों में भक्तों का तांता लगा रहा. अहले सुबह से ही मंदिरों में भक्तों का जमावड़ा होने लगा था. शिव भक्तों ने भगवान भोलेनाथ को बेलपत्र, धतूरा, भांग आदि अर्पण किए. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भगवान भोलेनाथ को बेलपत्र, भांग और धतूरा सर्वाधिक प्रिय है. इसके अलावा अपने सामर्थ्य के अनुसार फल-मिठाई भी भगवान भोलेनाथ को अर्पण किए. पहली सोमवारी के अवसर पर शिवालयों को आकर्षक ढंग से सजाया गया है.
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जयदा मंदिर में उमड़ी भक्तों की भीड़
सावन की पहली सोमवारी पर चांडिल अनुमंडल में सबसे अधिक भीड़ जयदा स्थित ऐतिहासिक बुढ़ाबाबा शिव मंदिर और दलमा बाबा गुफा मंदिर में देखा गया. यहां श्रद्धालु अपने आराध्य के दर्शन-पूजन के लिए पहुंचे और सोमवारी के अवसर पर शिव लिंग पर जलाभिषेक किया. इसके अलावा जारगोडीह शिव मंदिर, ईचागढ़ के चतुर्मुखी शिव मंदिर समेत चांडिल, ईचागढ़, नीमडीह और कुकड़ू प्रखंड के सभी शिवालयों में भक्तों की भीड़ उमड़ी. इस दौरान शिवालय हर-हर महादेव से गूंज उठा. चारों ओर भक्ति का माहौल बन गया और लोग महादेव की अराधना में लीन रहे. इस वर्ष सावन में पांच सोमवार पड़ रहा है, जो शुभ फलदायी है. इस वर्ष सावन की शुरुआत ही सोमवार से हो रही है. उसके बाद 29 जुलाई, 5 अगस्त, 12 अगस्त और 19 अगस्त को सोमवारी है. 19 अगस्त को सोमवारी के साथ पूर्णिमा भी है. इस दिन सावन मास समाप्त हो जाएगा. मान्यता है कि पांचों सोमवार को भगवान शिव पर जलाभिषेक और रुद्राभिषेक करने से भक्तों को मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है.
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