Chatra: पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता से राज्य के अधिकांश इलाकों में मौसम ने करवट बदल ली है. चतरा जिला भी इससे अछूता नहीं है. मौसम के इस बदलाव का सीधा असर फसलों पर दिखने लगा है. जिले के अधिकांश प्रखंड का हाल यह है कि रुक-रुक कर हो रही बूंदा-बांदी व कोहरे से जनजीवन काफी प्रभावित हुआ है. वहीं बारिश के कारण मटर व टमाटर की फसल को नुकसान होने की डर किसानों सता रहा है. सबसे ज्यादा उन किसानों को डर सता रहा है, जो किसान टमाटर सही समय पर बाजार नहीं ले जा सके. वैसे तो टमाटर के मूल्य में काफी गिरावट आ गई है.
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तीन दिन तक हुई बारिश तो होगाी भारी तबाही
फिलहाल टमाटर तीन से पांच रूपये प्रति किलो बिक रहा है. जबकि मौसम के खराब होने से टमाटर, मटर, आलू, हरा मिर्च, बैगन, भिंडी पता गोभी, फूलगोभी सहित अन्य सब्जी के फसल को नुकसान होने की आशंका है. किसानों ने कहा कि यदि यह मौसम लगातार तीन-चार दिनों तक रहती है तो पूरी तरह से सब्जी का फसल बर्बाद हो जाएगा. जबकि काटकर छोड़े गए धान भी बर्बाद हो जाएगा.
वहीं दूसरी तरफ मौसम के बदलते मिजाज ने आम अवाम की दिनचर्या में भी बदलाव कर दिया है. जिले में हो रही लगातार बारिश के बाद फिलहाल राहत नहीं मिलने वाली है. कंपकपाती सर्दी और बढ़ने वाली है. बीते शनिवार की शाम से झमाझम बारिश हो रही है. यह क्रम रविवार को भी जारी है. संभावना जताई जा रही है कि ओलावृष्टि भी होगी. माघ में सावन जैसा नजारा है. बेमौसम हो रही बरसात से जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त है.
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