Chatra : धान की कटाई शुरू होने के साथ ही जिले में एकबार फिर अफीम की खेती पर अंकुश लगाने की तैयारी शुरू हो गयी है. एसपी राकेश रंजन की अगुवाई में जिले में पुलिस जिले को अफीम मुक्त बनाने की प्रयास में जुटी है. पुलिस इसके लिए टेक्निक का भी सहयोग ले रही है. पुलिस के पदाधिकारी व जवान ड्रोन कैमरे की मदद से जंगल की खाक छान रहे हैं. जिले में अफीम की खेती नहीं होने देने के लिए पुलिस प्रशासन ने एक दर्जन हाई क्वालिटी के ड्रोन कैमरे मंगवाये हैं. पुलिस के एक दर्जन से अधिक एसआई स्तर के पदाधिकारियों को ड्रोन उड़ाने का प्रशिक्षण भी दिया गया है. प्रशिक्षित पुलिस के पदाधिकारी प्रत्येक दिन अफीम की खेती के लिए संभावित क्षेत्रों में जाकर ड्रोन से निगरानी कर रहे हैं.
ड्रोन कैमरे की मदद से जंगली इलाकों पर नजर रखी जा रही है
अफीम की खेती रोकने के लिए जिले के जंगली क्षेत्रों में ड्रोन कैमरे से नजर रखी जा रही है. जिले के सदर थाना क्षेत्र के सेल, बेदाग, कदले, वशिष्ठ नगर थाना क्षेत्र के जोरी, बनियाबांध, राजपुर थाना क्षेत्र के गडिया, अमकूदर तथा कुंदा व प्रतापपुर थाना क्षेत्र के सुदूरवर्ती गांव से सटे जंगली इलाकों में पुलिस की टीम ड्रोन कैमरे की मदद से जंगली इलाकों पर नजर रख रही है. गौरतलब है कि अफीम माफियाओं के द्वारा पुलिस से बचने के लिए जंगल की जमीन को साफ कर उस पर अफीम की खेती की जाती है. जंगल होने की वजह से इस पर नजर रखना संभव नहीं हो पाता है. ऐसे में चतरा पुलिस जिला प्रशासन की मदद से ड्रोन से इन अफीम की खेत पर नजर रख रही है. पुलिस की टीम अफीम की खेती रोकने के लिए ड्रोन का सहारा तो ले ही रही है. इस बार बड़े पैमाने पर गांव में पोस्टर अभियान भी चलाया जा रहा है. गांव- गांव में पुलिस व वन विभाग की टीम पोस्टर लगाकर लोगों को जागरूक कर रही है.
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सीएम ने चतरा में की थी जागरुकता अभियान की शुरुआत
एक अक्टूबर को सीएम हेमंत सोरेन के चतरा दौरे पर चतरा पुलिस ने अवैध अफीम की खेती और इसके दुष्परिणामों के खिलाफ व्यापक जागरूकता अभियान की शुरुआत की थी. सीएम ने बैनर और पोस्टर की श्रृंखला शुरू की, जो जिला प्रशासन की मदद से प्रत्येक गांव में लगाये जा रहे हैं. इन बैनरों में विभिन्न लक्षित समूहों के लिए विभिन्न प्रकार के संदेश हैं. सीएम ने कहा कि चतरा समेत कई जिलों में बड़े पैमाने पर अवैध रूप से अफीम की खेती होती है. इसे रोकने की दिशा में कई कदम उठाए जा रहे हैं. अफीम की बजाय मेडिसिनल प्लांट्स आदि की खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है. इससे लोगों की आमदनी में काफी इजाफा होगा. उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि जो भी लोग अफीम की खेती से जुड़े होंगे, उनके खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई की जायेगी.