Saurav Singh
Ranchi: अलकायदा’ और ‘अलकायदा इन इंडियन सबकॉन्टिनेंट’ (एक्यूआईएस) ने पश्चिम बंगाल और केरल में युवाओं को जोड़ने के लिए अलग-अलग मॉडयूल तैयार किए थे. इस मॉड्यूल में झारखंड के चतरा जिले का अबू सुफियान भारत में अलकायदा की गतिविधियों को आगे बढ़ाने की साजिश में शामिल रहा है. इस मामले में एनआईए ने नयी दिल्ली एनआईए स्पेशल कोर्ट में शुक्रवार (29 अक्टूबर) को सप्लीमेंट्री चार्जशीट दायर की है.
अबू सुफियान ने बम बनाने की जानकारी ऑनलाइन हासिल की थी
साल 2020 में एनआईए ने पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में अबू सुफियान के ठिकाने की तलाशी ली थी. इस दौरान बम, आईईडी बनाने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली सामग्री बरामद की गयी थी. जांच में पता चला था, कि अबू सुफियान बम बनाने के लिए तकनीकी जानकारी ऑनलाइन हासिल की थी और कच्चे माल की खरीद की थी और आईईडी बनाने के इरादे से अपने घर में एक स्टोर्ज डंप बनाया था.
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देश के विभिन्न हिस्सों में आतंकवादी हमलों को अंजाम देने की थी साजिश
एनआईए जांच में खुलासा हुआ है कि बंगाल, केरल और देश के विभिन्न हिस्सों में आतंकवादी हमलों को अंजाम देने की साजिश थी. एनआईए जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि अबू सुफियान भारत में अलकायदा इन इंडियन सबकॉन्टिनेंट की गतिविधियों को आगे बढ़ाने के लिए अपने अन्य साथियों के साथ एक साजिश में शामिल था.इस मामले में एनआईए ने बीते 26 फरवरी 2021 को अबू सुफियान समेत 11 संदिग्ध आतंकियों के साथ खिलाफ एनआईए ने चार्जशीट दायर की थी.
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सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर युवाओं को कट्टरपंथ की तरफ मोड़ा जा रहा था
एनआईए दिल्ली की टीम बीते 11 सितंबर 2020 को बंगाल व केरल में अलकायदा के मॉड्यूल की जांच शुरू की थी. इस मॉडयूल ने देश के अलग-अलग हिस्सों में ब्लास्ट की साजिश रची थी. बांग्लादेश निवासी एक ब्लॉगर को भारत में रहते हैं, उनकी भी हत्या की जानी थी. पश्चिम बंगाल के मुर्शिद हसन ने पूरा मॉड्यूल तैयार किया था. बंगाल में 19 सितंबर 2020 को एनआईए ने इस मामले में नौ लोगों को गिरफ्तार किया था. सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर युवाओं को कट्टरपंथ की तरफ मोड़ा जा रहा था. जांच में यह बात भी सामने आयी है कि सभी अलकायदा संदिग्ध पाकिस्तान व बांग्लादेश में बैठे अपने आकाओं के संपर्क में थे. उनसे युवाओं को जेहाद के लिए प्रेरित करने की कोशिशें हो रही थी. अबू सुफियान समेत अन्य लोगों द्वारा जेहाद के लिए हथियार खरीदने के लिए फंड एकत्रित करने के लिए कई बैठकें भी हुई थीं.