Chattarpur (Palamu) : संविधान दिवस पर छत्तरपुर प्रखंड कार्यालय में प्रखंड व अंचल कर्मियों ने संविधान की प्रस्तावना को पढ़ते हुए शपथ ली. बीडीओ अशोक कुमार ने इस दिन को विशेष दिन बताया है. उन्होंने कहा कि आजाद भारत के इतिहास में 26 नवंबर का दिन खास है. आज के दिन को संविधान दिवस के रूप में मानने का एक मात्र बड़ा कारण युवाओं के बीच में संविधान के मूल्यों को बढ़ावा देना है. वहीं सीओ मोद्दसर नजर मंसूरी ने बताया कि इसी दिन संविधान सभा ने इसे अपनी स्वीकृति दी थी. इस वजह से इस दिन को संविधान दिवस के तौर पर मनाया जाता है. भारत में दो साल 11 महीने और 18 दिन की लंबी मेहनत के बाद संविधान तैयार किया गया था.
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नागरिकों को हर क्षेत्र में समानता का अधिकार देता है
भारतीय संविधान देश के सभी नागरिकों को हर क्षेत्र में समानता का अधिकार देता है. आप जानते हैं कि 26 नवंबर 1949 को भारत का संविधान तैयार हुआ था और साल 1950 में 26 जनवरी के दिन इसे लागू किया गया था. यहां यह जान लेना भी जरूरी है कि भारत का संविधान दुनिया का सबसे बड़ा लिखित संविधान है. संविधान सभा के प्रमुख सदस्यों में जवाहरलाल नेहरू, डॉ भीमराव अंबेडकर, डॉ राजेंद्र प्रसाद, सरदार वल्लभ भाई पटेल, मौलाना अबुल कलाम आजाद आदि थे. इस दौरान प्रखंड एवं अंचल के कर्मचारीगण उपस्थित थे.