Jamtara : ईंट भट्टे पर बाल मजदूरी कराने वाले सावधान हो जाएं. बाल संरक्षण समिति की टास्क फोर्स बच्चों से काम लेनेवाले ईंट भट्टा संचालकों पर कार्रवाई करेगी. बाल संरक्षण युक्त एवं बाल श्रम मुक्त बनाने के उद्देश्य से मंगलवार को प्रखंड स्तरीय बाल संरक्षण समिति की बैठक करमाटांड़ प्रखंड सभागार में हुई. इसकी अध्यक्षता प्रखंड प्रमुख ममता कोल ने की. जिला बाल संरक्षण समिति के संयोजक अंचलाधिकारी सच्चिदानंद वर्मा ने बताया कि शोषण के शिकार, बालविवाह, बाल तस्करी, अनाथ, बाल श्रमिक, शिक्षा से वंचित, शाररिक एवं मानसिक रूप से दिव्यांग, कुपोषित बच्चों का चिन्हिकरण करके उन्हे सरकारी योजनाओं से जोड़कर समाज की मुख्यधारा में लाना है. क्षेत्र मे हो रहे बाल मजदूरी, बाल विवाह, बच्चों के अधिकारों के हनन आदि पर दिशा निर्देश दिए.
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बाल मजदूरी कराने पर 20 से 50 हजार तक जुर्माना का प्रावधान
बाल संरक्षण समिति करमाटांड़ की समाजसेवी संस्था का प्रतिनिधित्व कर रहे संतोष मंडल ने बैठक में ईंट भट्टे में हो रहे बाल मजदूरी पर चिंता जताते हुए टास्क फोर्स का गठन कर कार्रवाई करने एवं जागरूकता लाने की बात कही. बताया कि बाल मजदूरी कराने पर 20 हजार से 50 हजार तक जुर्माना समेत जेल का प्रावधान है. बाल मजदूरी कराने वाले ईंट भट्टों के मालिकों पर कार्रवाई करने की बात कही. बाल मजदूरी श्रम निरीक्षक विशेष रूप से ध्यान दें. ईट भट्टों के कार्यों पर निगाह रखें. बाल संरक्षण योजना की सूची तैयार कर प्रपत्र प्राप्त कर जानकारी अविलंब जिले को दें.
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लोगों को जागरूक करें ताकि बाल विवाह, बाल श्रम को रोका जा सके
ममता कोल ने कहा कि समिति के लोग केवल बैठक नहीं करें बल्कि गांव स्तर पर प्रचार प्रसार कर लोगों को जागरूक करें ताकि बाल विवाह जैसी कुरीतियों, बाल श्रम को रोका जा सके. बाल संरक्षण समिति की बैठक 3 मार्च को होगी. इसमें बाल संरक्षण संबंधित जानकारी एवं दायित्वों से समिति के लोगों को अवगत कराया जाएगा. इस मौके पर यूनिसेफ के प्रतिनिधि दानिश कुमार, थाना के बाल कल्याण पदाधिकारी के प्रतिनिधि एसआई प्रणय सत्यम, उप प्रमुख मुबारक अंसारी, बिराजपुर पंचायत मुखिया छोटेलाल कॉल, करमाटांड़ मुखिया वकील मरांडी, लेबर इंस्पेक्टर देव कुमार मिश्रा, पर्यवेक्षिका रेनू कुमारी, मीनू कुमारी, समाजसेवी संस्था के प्रतिनिधि संतोष मंडल एवं तेजस्विनी परियोजना के प्रखंड समन्वयक तरुण झा समेत दर्जनों सेविका उपस्थित थे.