Lagatar Desk: जनसंख्या वृद्धि दर स्थिर होने की वजह से चीनी सरकार ने अपनी पुरानी में पॉलिसी में बदलाव किया. सरकार ने नया फैसला लिया है. नये फैसले में सरकार ने कहा है कि अब चीन के कपल तीन बच्चे को जन्म दे सकते हैं. अब तक यह कानून था कि चीन में एक माता-पिता के अधिकतम दो बच्चे ही हो सकते हैं. इस कारण चीन की जनसंख्या स्थिर हो गयी थी. हाल में खबर आयी थी कि अगर यही स्थिति रही तो अगले कुछ सालों में चीन की जनसंख्या भारत से कम हो जायेगी.
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जानकारी के मुताबिक, वर्ष 2019 तक चीन की जनसंख्या 139.77 करोड़ थी. वर्तमान में चीन की जनसंख्या का अनुमान करीब 144 करोड़ है. इन आंकड़ों के आधार पर कहा जा रहा था कि चीन की जनसंख्या दुनिया में सबसे धीमी गति से बढ़ रही है. सरकारी आंकड़े के मुताबिक, पिछले 10 साल में चीन की जनसंख्या 0.53 प्रतिशत की दर से बढ़ी. इसे लेकर चीन की सरकार चिंतित थी. विशेषज्ञ यह बताने लगे थे कि अगर यही स्थिति रही तो आने वाले सालों में चीन बुढ़ों का देश कहलाने लगेगा.
इसके साथ ही चीन को लेकर पिछले हफ्ते यह खबर आयी थी कि चीन में बच्चे कम जन्म लेने की वजह सिर्फ सरकार की पॉलिसी नहीं है. चीन में ऐसी महिलाओं की संख्या तेजी सेबढ़ी है, जिन्होंने बिना बच्चा पैदा किये ही नसबंदी का ऑपरेशन करा लिया. इसकी वजह युवाओं में रोजगार को लेकर बढ़ती असुरक्षा बतायी गई थी.
ताजा आंकड़ों के हवाले से यह भी कहा जा रहा है कि चीन की आबादी में महिला व पुरुषों की संख्या में बड़ा अंतर आया है. यही कारण है कि हाल के दिनों में चीन में युवकों को शादी दी के लिये लड़कियां नहीं मिल रही थी. चीन में पुरुषों की संख्या महिलाओं से बहुत ज्यादा है. आंकड़े के मुताबिक चीन में महिलाओं की तूलना में पुरुषों की संख्या करीब 3.50 करोड़ अधिक है.
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