Ramgarh: रजरप्पा कोयलांचल सहित आसपास के विभिन्न मंदिरों में विधिवत कलश स्थापना के साथ शारदीय नवरात्र शुरू हो गया. शारदीय नवरात्रा के प्रथम दिन गुरुवार को मां दुर्गे के प्रथम स्वरूप मां शैलपुत्री की पूजा अर्चना की गई. पूजा अर्चना के दौरान मंदिरों में श्रद्धालुओं की भारी भीड देखी गई. इस दौरान वैद्धिक मंत्रोच्चारण से पूरा मंदिर प्रक्षेत्र गूंजयमान रहा. इधर, रजरप्पा स्थित लुगू बाबा आश्रम में भी विधि -विधान के साथ नौ कलशों की स्थापना किया गया.
कलश स्थाना से पूर्व अहले सुबह स्नान ध्यान के बाद जलयात्रा निकालकर गंगा पूजा की गयी. तत्पश्चात गंगा को कलश में भरकार आश्रम लाया गया. यहां वैद्धिक विधि से कलश स्थापना पूजन कर मां शैलपुत्री का आह्वान किया गया. साथ हीं यहां मौजूद साधकों द्वारा मां दुर्गा सप्तशती का पाठ प्रारंभ किया गया. मौके पर मौजूद आश्रमाचार्य रामशरण गिरी बाबा ने बताया कि यहां लगातार नौ दिनों तक भंडारे व रात्रि में भक्ति जागरण किया जाएगा. जिसमें भारी संख्या में लोग मौजूद रहेंगे. इन्होंने कहा कि मां दुर्गे के नौ स्वरूपों को जो भी भक्त सच्चे मन से पूजा करते हैं, मां उन्हें मनोवांछित फल प्रदान करती है.
फूलों से सजा मां छिन्नमस्तिका का दरबार
शारदीय नवरात्र को लेकर देश के प्रसिद्ध सिद्धपीठ रजरप्पा स्थित मां छिन्मस्तिका मंदिर का विशेष श्रृंगार किया गया है. यहां कोलकाता से मंगाए फूलों से मंदिर को सजाया गया है. इस कार्य मे दो दर्जन मजदूर लगे हुए हैं. जिससे छिन्नमस्तिका मंदिर का नजारा काफी अद्भुत व अलौकिक नजर आ रहा था. वहीं विद्युत सज्जा का कार्य भी जोर शोर से किया जा रहा है.
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