NewDelhi : CJI डीवाई चंद्रचूड़ ने आज शुक्रवार को घोषणा की कि सुप्रीम कोर्ट की हर बेंच रोज 10 जमानत याचिकाओं और 10 ट्रांसफर याचिकाओं पर सुनवाई करेगी. बताया कि सुप्रीम कोर्ट में ट्रांसफर पिटीशन के 13 हजार मामले पेंडिंग हैं. इस क्रम में CJI ने फुल कोर्ट मीटिंग में लिये गये फैसले से अवगत कराया. बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश कोर्ट में सुनवाई के लिए आने वाले मामलों की लिस्टिंग करते हैं. इसलिए उन्हें मास्टर ऑफ रोस्टर कहा जाता है.
इसे भी पढ़ें : भारत जोड़ो यात्रा में राहुल के साथ शामिल हुए तुषार गांधी, कांग्रेस ने ऐतिहासिक करार दिया
विंटर वेकेशन से पहले सभी ट्रांसफर पिटीशन खत्म करेंगे
जस्टिस चंद्रचूड़ ने कहा कि फुल कोर्ट मीटिंग के बाद हमने फैसला किया है कि हम हर दिन 10 ट्रांसफर पिटीशन की सुनवाई करेंगे. कहा कि मौजूदा वक्त में हमारे पास 13 बेंच चल रही हैं. इस तरह हम रोजाना 130 मामलों और हर सप्ताह लगभग 650 मामले निपटायेंगे. कहा कि विंटर वेकेशन से पहले सभी ट्रांसफर पिटीशन खत्म हो जायेंगे.
हर दिन जमानत के 10 केस निपटायेंगे मास्टर ऑफ रोस्टर CJI ने कहा कि जमानत के मामले भी हमारी प्राथमिकता में हैं, इसलिए 10 ट्रांसफर पिटीशन के बाद हर दिन 10 बेल पिटीशन भी सुनी जायेगी. कहा कि यह व्यक्तिगत स्वतंत्रता का मामला है.
इसे भी पढ़ें :केरल : आरएसएस का एजेंडा लागू करने के आरोपों को नकारा राज्यपाल ने, कहा, साबित हुआ तो इस्तीफा दे दूंगा
सप्लिमेंट्री बोर्ड का लोड कम करने की कोशिश
जस्टिस चंद्रचूड़ ने जानकारी दी कि बैठक में मौजूद जजों ने उनसे सप्लिमेंट्री बोर्ड (एक्स्ट्रा वर्क लोड) नहीं देने की अपील की थी. क्योंकि ये जज सुबह से 12 बजे तक लिस्टेड मामलों को निपटा रहे हैं. इसके अलावा भी उन्हें 10 केस और मिलते हैं. इसलिए वे पूरक बोर्ड को कम करने की कोशिश कर रहे हैं.
सब-ऑर्डिनेट की मानसिकता खत्म हो : जस्टिस चंद्रचूड
याद करें कि पिछले दिनों जस्टिस चंद्रचूड ने देश में डिस्ट्रिक्ट जजों के प्रति बर्ताव को लेकर तंज कसा था. सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के एक कार्यक्रम में कहा कि हाईकोर्ट के जजों को जिला अदालतों को सब-ऑर्डिनेट मानने की मानसिकता बदलनी चाहिए. यह हमारी औपनिवेशिक मानसिकता को बताता है.
इसे भी पढ़ें : ED का फर्जी समन भेजकर कारोबारियों से उगाही करने वाले गिरोह का पर्दाफाश, मास्टर माइंड समेत 9 गिरफ्तार
जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने ग्रीन बेंच बनाई थी
दो माह पहले जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने दिल्ली और केंद्र सरकार के एक मामले की सुनवाई के दौरान ग्रीन बेंच बनाई थी. उन्होंने केस से जुड़े वकीलों से 27 सितंबर को हुई सुनवाई में कोई भी कागजात या फिजिकल डॉक्यूमेंट नहीं लाने को कहा था. बता दें कि वकीलों की मदद के लिए SC के रजिस्ट्री और आईटी सेल के अधिकारियों को टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करने की ट्रेनिंग देने का आदेश दिया था.
पूर्व CJI यूयू ललित ने 74 दिन में निपटाये थे 10 हजार केस
जस्टिस चंद्रचूड़ के पहले पूर्व जस्टिस यूयू ललित ने अपने कार्यकाल के आखिरी दिन कहा था कि उन्होंने अपने कार्यकाल की शुरुआत से लेकर 8 नवंबर तक 10,000 से अधिक मामलों को निपटाया है. उन्होंने अन्य 13,000 मामलों को निपटाया, जो काफी समय से पेंडिंग थे.