Nirsa : बीसीसीएल सीवी एरिया के दहीबाड़ी परियोजना के आउट सोर्सिंग पेंच बी में वर्चस्व को लेकर मासस एवं झामुमो के बीच जम कर संघर्ष हुआ. दोनों ओर से कार्यकर्ताओं के बीच लाठी डंडे, तीर-धनुष एवं पत्थरबाजी में करीब एक दर्जन लोग घायल हो गए. तनाव के बाद पूरा क्षेत्र पुलिस एवं सीआइएसएफ की छावनी में बदल गया है. जिस कारण मासस के लोगों को भागना पड़ा. दोनों ओर से प्राथमिकी दर्ज करने की प्रकिया चल रही है. प्राप्त जानकारी के अनुसार मासस के लोग शनिवार को आउट सोर्सिंग पेंच बी के पास प्रदर्शन के लिये गये थे. वहां झामुमो समर्थकों ने प्रदर्शनकारियों को आगे आने से रोका. दोनों ओर से धक्का मुक्की होने लगी. बाद में स्थिति बिगड़ी और दोनों ओर से लाठी-डंडा चलने लगा. कुछ समर्थकों ने कुल्हाड़ी एवं तीर का भी इस्तेमाल किया. भीड़ के कारण पुलिस मामले को संभाल नहीं पा रही थी. बाद में कालू बथान, गलफरबाड़ी, चिरकुंडा पुलिस बल के साथ व पुलिस निरीक्षक पहुंचे. पूर्व विधायक अरूप चटर्जी का कहना है कि इस घटना के लिए पुलिस जिम्मेवार है. पहले भी घटना घट चुकी थी। झामुमो समर्थकों ने कुल्हाड़ी से वार किया, जिससे कई कार्यकर्ता घायल हुए हैं. आउट सोर्सिंग प्रबंधन लोगों को लड़वा रहै है. हमारे कार्यकर्ता शांति पूर्ण आंदोलन के लिये गये थे. मासस जैसा समर्थक पूरा निरसा में किसी का नहीं है. वही झामुमो नेता बोदी हांसदा का कहना है कि इसके लिये अरूप चटर्जी जिम्मेवार हैं. विस्थापित अपने हक की लड़ाई लंबे समय से लड़ रहे हैं. अरूप चटर्जी राजनीतिक लाभ के लिये यहां बाहरी लोगों को नियोजन दिलाना चाहता है.
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