- विकास की गति 20 साल से थमी हुई थी, वर्तमान सरकार के गठन के बाद बेहतर विकास कार्य किये जा रहे : हेमंत सोरेन
Pravin Kumar
Ranchi : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मंगलवार को प्रोजेक्ट बिल्डिंग स्थित सभागार में नई झारखंड खेल नीति 2022 का लोकार्पण किया. इसमें खिलाड़ी, प्रशिक्षकों और खेल संघों के लिए विशेष प्रावधान किए गए हैं. इस अवसर पर कई खेल प्रतिभाओं को सम्मानित किया गया. सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस प्रकार खेल की दिशा में राज्य सरकार ने अपना कदम बढ़ाया है, निश्चित रूप से खेल के क्षेत्र में झारखंड देश का अग्रणी राज्य बनेगा.
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सरकार स्कूलों में खेल शिक्षक नियुक्त करेगी
मुख्यमंत्री सोरेन ने कहा – राज्य में विकास की गति 20 साल से थमी हुई थी. वर्तमान सरकार के गठन के बाद सीमित सांसाधनों में बेहतर विकास कार्य किया जा रहा है. राज्य में खेल गतिविधियां तेजी से बढ़ी हैं. आने वाले 5 वर्षों के लिए हमने नई खेल नीति बनायी है, जिसका आज विधिवत रूप से लोकार्पण हुआ है. झारखंड के नौजवानों में खेल के प्रति रुचि, जागरूकता और झुकाव को मैंने काफी करीब से समझा है. यहां के खिलाड़ियों को प्लेटफार्म उपलब्ध कराना हमारी प्राथमिकता है. राज्य में बन रहे स्टेडियमों को और गति देने की जरूरत है. राज्य सरकार स्कूलों में भी खेल गतिविधियों को बढ़ावा देने पर विचार कर रही है. इससे संबंधित कार्य योजना बनायी जाएगी. जरूरत के अनुरूप सरकार स्कूलों में खेल शिक्षक भी नियुक्त करेगी.
सम्मान राशि में बदलाव होगा
मुख्यमंत्री ने कहा कि जरूरत के हिसाब से पॉलिसी में समय-समय पर बदलाव किया जायेगा. मैंने पर्यटन, कला-संस्कृति, खेल-कूद एवं युवा कार्य विभाग को इस संबंध में निर्देश भी दिया है. आशा है कि यह नीति खेल और खिलाड़ियों के लिए बेहतर साबित होगा. मौके पर सीएम ने कहा कि खिलाड़ियों को दी जा रही सम्मान राशि में बदलाव होगा. मिनिमम 50,000 रुपये खिलाड़ियों को सम्मान राशि दी जायेगी. इसे लेकर विभाग को मुख्यमंत्री ने विशेष दिशा-निर्देश दिया गया है.
निजी क्षेत्र आगे आएं, खेल के विकास में निवेश करें
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने निजी क्षेत्रों को खेल के विकास में सहयोग करने का आह्वान किया. कहा- निजी क्षेत्र आगे आएं, खेल के विकास में निवेश करें. सभी वर्गों को आगे बढ़ने के अवसर मिलेंगे, तभी राज्य में खेल का समग्र वातावरण बनेगा. हमारा युवा आगे बढ़ेगा. खेल और खिलाड़ियों को निजी क्षेत्र की ओर से गोद लिया जा सकता है, खेल नीति में इसका प्रावधान किया गया है.
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क्या है खास है नई खेल नीति में
नई खेल नीति में खिलाड़ियों के लिए छात्रवृत्ति का भुगतान, पूर्व खिलाड़ियों को पेंशन का भुगतान, खिलाड़ियों को सम्मान राशि का भुगतान, प्रशिक्षकों को सम्मान राशि, खेल प्रतियोगिता में जो खिलाड़ी बाहर खेलने जाना चाहते हैं, उनके लिए भी सुविधाएं दी जाएंगी. खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए नौकरी में आरक्षण, शैक्षणिक संस्थाओं में आरक्षण, सीधी भर्ती के आधार पर नियुक्ति का लाभ देने का प्रवधान के साथ ही खेल संरचना के विकास पर जोर दिया गया है. खिलाड़ी प्रशिक्षक और संसाधन का डिजिटल डाटा बेस तैयार किया जाना है. नीति में राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय मानकों को अपनाकर खिलाड़ियों के विकास के लिए पहल करने की बात कही गयी है. खेल संरचनाओं के विकास के लिए पंचायत स्तर पर वित्त आयोग की राशि का उपयोग करने. पंचायत स्तर पर इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के लिए महात्मा गांधी रोजगार गारंटी अधिनियम अंतर्गत राशि का उपयोग किया जा रहा है. प्रखंड स्तर तक इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट की व्यवस्था करने का प्रावधान किया गया है.
13 हॉकी खिलाड़ियों को मिली खेल प्रोत्साहन राशि
पंकज कुमार रजक- 10 लाख
संगीता कुमारी -5 लाख
सलीमा टेटे- 5 लाख
निक्की प्रधान- 5 लाख
आशा किरण बारला- 1 लाख
ब्यूटी डुंगडुंग -1 लाख
सुप्रिती कच्छप- 40 हजार
फ्लोरेंस बारला- 45 हजार
विशाखा सिंह – 15 हजार
रिया कुमारी- 15 हजार
विधि रावल -15 हजार
आकाश यादव – 35 हजार
हेमंत कुमार- 35 हजार
- हॉकी खिलाड़ी पंकज कुमार रजक, संगीता कुमारी, सलीमा टेटे, निक्की प्रधान, आशा किरण बारला, ब्यूटी डुंगडुंग एवं एथलेटिक्स खिलाड़ी सुप्रिती कच्छप अपरिहार्य कारण से उपस्थित नहीं हो सके, इन सभी की अनुपस्थिति में इनके परिजनों को सहायता राशि देकर सम्मानित किया गया.
मौके पर थे मौजूद
इस अवसर पर पर्यटन, कला-संस्कृति, खेलकूद एवं युवा कार्य विभाग के मंत्री हफिजुल हसन, राज्य के मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, राजीव अरुण एक्का, विनय कुमार चौबे, पर्यटन, कला-संस्कृति, खेलकूद एवं युवा कार्य विभाग के सचिव डॉ. अमिताभ कौशल, निदेशक डॉ. संजय सिंह, विभिन्न खेल संघ के पदाधिकारी एवं राज्य के कई क्षेत्रों से पहुंचे खिलाड़ी उपस्थित थे.
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