Ranchi : झारखंड में औद्योगिक गति को तेज करने के लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में तेजी से काम किया जा रहा है. सीएम की अध्यक्षता में बीते मार्च को नई दिल्ली में एक इनवेस्टर मीट का आयोजन किया गया था. जिसके बाद सरकार एक बार फिर औद्योगिक विकास के लिए इन्वेस्टर मीट का आयोजन करने जा रही है. 27 और 28 अगस्त को इन्वेस्टर मीट में विभिन्न क्षेत्रों की अग्रणी कंपनियों के प्रतिनिधि शामिल होंगे.
28 अगस्त को राज्य सरकार झारखंड इंडस्ट्रियल एंड इंवेसमेंट प्रमोशन पॉलिसी-2021 को भी लांच करेगी. उद्योग लगाने को लेकर बनाई गई इस नीति की जानकारी मुख्यमंत्री स्वंय निवेशकों को देंगे. साथ ही विभिन्न सेक्टरों में निवेश के लिए आमंत्रित करेंगे. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पॉलिसी लांचिंग के दौरान राज्य सरकार निर्यात को बढ़ावा देने के लिए प्रतिष्ठित कंपनियों के साथ समझौते (एमओयू) पर भी हस्ताक्षर करेगी. बता दें कि बीते दिनों ही राज्य सरकार झारखंड इंडस्ट्रियल एंड इंवेस्टमेंट पॉलिसी-2021 को कैबिनेट में स्वीकृति दी है.
इसे भी पढ़ें – बालू माफिया पर दोतरफा शिकंजा: जमशेदपुर और आदित्यपुर में कार्रवाई से हड़कंप, तीन ट्रैक्टर जब्त
हाई प्रायोरिटी और प्रायोरिटी वाले सेक्टरों पर रहेगा सरकार का जोर
झारखंड इंडस्ट्रियल एंड इंवेसमेंट प्रमोशन पॉलिसी- 2021 के तहत सरकार का मुख्य जोर तो फार्मा सेक्टर पर रहेगा. इसके अलावा निवेश के लिए कई हाई प्रायोरिटी वाले सेक्टरों का भी चयन किया गया है. इसमें टेक्सटाइल एंड अपेरेल, ऑटोमोबाइल, आटो कम्पोनेंट, इलेक्ट्रिक वाहन, इलेक्ट्रानिक सिस्टम डिजाइन और निर्माण, फार्मा सेक्टर शामिल हैं. वहीं प्रायोरिटी वाले सेक्टरों में पर्यटन, एजुकेशनल और टेक्निकल इंस्टिट्यूट, स्वास्थ्य, सूचना प्रौद्योगिक एवं इलेक्ट्रानिक, नवीकरणीय ऊर्जा, डिस्टलरी एवं बेवरेज आदि शामिल हैं.
इसे भी पढ़ें – यह फैसला तो हमारे बाल-बच्चों को प्राइवेट सेक्टर का गुलाम बना देगी
5 लाख रोजगार और 1 लाख करोड़ से अधिक के निवेश की उम्मीद
हेमंत सरकार की नयी झारखंड इंडस्ट्रियल एंड इंवेसमेंट प्रमोशन नीति में स्पष्ट किया गया है कि सरकार राज्य में औद्योगिक माहौल को विकसित करने में लगी है. ऐसा इसलिए ताकि कोई भी निवेशक आकर यहां आसानी से निवेश कर सके. इसके अलावा राज्य के उद्योगों को ग्लोबल प्रतियोगिता में शामिंल करने का भी लक्ष्य रखा गया है. उद्योगों के समेकित विकास पर फोकस किया गया है. इसके तहत 5 लाख रोजगार की संभावना का लक्ष्य, एक लाख करोड़ से अधिक के निवेश की उम्मीद है.
इसे भी पढ़ें – युवती से दुष्कर्म मामला: सुनील तिवारी के खिलाफ वारंट जारी, लटक रही गिरफ्तारी की तलवार