Ranchi/Latehar: 18 मार्च को गिरिडीह जिला के सरिया की सीओ सुनीता कुमारी का तबादला लातेहार के हेरहंज अंचल में हो जाता है. 25 मार्च को मुख्य़मंत्री की तरफ से उन्हें निलंबित करने के प्रस्ताव पर स्वीकृति दे दी जाती है. बावजूद इसके वो हेरहंज अंचल जाकर सीओ का पदभार संभालती हैं. साथ ही वो वहां के बीडीओ के प्रभार में आ जाती है. लगातार ने इस खबर को 27 मई को प्रमुखता से प्रकाशित किया. खबर प्रकाशित होने के तीन घंटे के अंदर कार्मिक विभाग की तरफ से उन्हें निलंबित करने का आदेश जारी कर दिया जाता है.
निलंबन के आदेश में साफ तौर से इस बात का उल्लेख है कि सुनिता कुमारी पर लगे आरोप काफी गंभीर हैं. इसलिए इन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाता है. इतना ही नहीं कार्मिक की तरफ से बाकी अधिकारियों की तरह उन्हें भी प्रतिलिपि भेजी जाती है. कहा जाता है निलंबन के बाद वो उत्तरी छोटानागपुर आयुक्त का कार्यालय में रिपोर्ट करें. लेकिन 29 मई यानी खबर लिखे जाने वाले दिन भी वो हेरहंज में बतौर बीडीओ आदेश जारी करती है. उन्होंने एक मामले में प्रखंड के सभी रोजगार सेवकों को शो-कॉज किया है. उस शो-कॉज पर उनके हस्ताक्षर भी हैं.
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डीसी ने प्रभार छोड़ने का नहीं दिया है आदेशः सुनीता कुमारी
इस मामले पर लगातार ने निलंबित सीओ सुनिता कुमारी से बात की. उनसे पूछा कि क्या वो निलंबन के बाद भी बीडीओ के प्रभार में हैं और आदेश जारी कर रही हैं. उन्होंने बताया कि अभी तक स्थानीय उपायुक्त की तरफ से पद छोड़ने का या किसी को प्रभार देने को नहीं किया गया है. इसलिए वो पद पर बनी हुई हैं.
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सुनीता कुमारी पर लगे हैं गंभीर आरोप
गिरिडीह जिला के सरिया के सीओ के पद पर रहते हुए सुनीता कुमारी पर गंभीर आरोप लगे हैं. आरोपों की गंभीरता खुद मुख्यमंत्री ने भी जारी अपने बयान में स्वीकारी है. उनपर सरिया मौजा के बड़की सरिया गैरमजरूआ खाता संख्या-200, प्लॉट संख्या-1839, रकबा 01.60 एकड़. प्लॉट संख्या-4017, रकबा 15.5 एकड़ और प्लॉट संख्या-4771, रकबा 2.6 एकड़ जमीन ऑनलाइन कर सरकारी भूमि का अवैध रूप से नामांतरण करने का आरोप है.