Ranchi: राज्य के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स में आए दिन ठगी का मामला सामने आता है. कोरोना काल में बड़े गिरोह सक्रिय होकर रिम्स कोविड वार्ड और आइसीयू में बेड दिलाने के नाम पर मोटी रकम ऐंठ रहे थे. हालांकि मामले का पर्दाफाश हुआ और लोगों की गिरफ्तारी भी हुई. एक बार फिर रिम्स में दलाल ने एक मरीज के परिजन को अपने चंगुल में फंसाया है.
प्रसव के लिए आयी महिला के परिजन से दलाल ने ठगे 2 हजार रुपए
पश्चिमी सिंहभूम जिले के गोईलकेरा प्रखंड के कदमडीहागांव के रहने वाले नंदलाल गोप की पत्नी रिम्स के प्रसूति विभाग में भर्ती हुईं. प्रसव पीड़ा से कराहती नंदलाल की 27 वर्षीय पत्नी शांति को 28 मई को यहां भर्ती किया गया था. मरीज के शरीर में खून की कमी थी. डॉक्टर ने कहा खून की व्यवस्था करो नहीं तो तुम्हारी पत्नी नहीं बचेगी. जिसके बाद परेशान नंदलाल भागते हुए रिम्स ब्लड बैंक पहुंचा.
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लेकिन बिना डोनर के ब्लड बैंक के कर्मचारी ने खून देने से इनकार कर दिया. परेशान नंदलाल ब्लड बैंक के बाहर लगी कुर्सी पर बैठा हुआ था. दलाल ने नंदलाल की परेशानी को भांप लिया. दलाल उसके पास आकर 4 हजार रुपए में ब्लड देने की बात कहने लगा. नंदलाल ने पैसा देने में असमर्थता जताई. फिर 2 हाजर रुपए पर एक यूनिट खून देने की बात तय हुई.
दलाल ने अपने दो सहयोगी को भी बुलाया ब्लड बैंक
नंदलाल गोप ने कहा कि दलाल ने मुझसे 2 हजार रुपए लेकर अपने दो साथियों को ब्लड बैंक बुलाया. मुझे अपने पत्नी के पास जाने के लिए दलाल कह रहा था. लेकिन नंदलाल बिना ब्लड लिए नहीं जाना चाह रहा था. ब्लड बैंक में भीड़-भाड़ देख मौके का फायदा उठाते हुए दलाल वहां से फरार हो गया.
महिला ने मृत बच्चे को दिया जन्म
प्रसव पीड़ा होने के बाद नंदलाल ने बताया कि अपनी पत्नी को लेकर चाईबासा सदर अस्पताल गया. वहां से एमजीएम अस्पताल रेफर कर दिया गया. एमजीएम ने रिम्स रेफर किया. रिम्स के प्रसूति विभाग में नंदलाल की पत्नी शांति गोप ने मृत बच्ची को जन्म दिया.