Lucknow : उत्तर प्रदेश में इन दिनों रामचरित मानस को लेकर जारी विवाद थमता नजर नहीं आ रहा है. बिहार से शुरू हुए इस विवाद की आग में सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य लगातार घी डालने का काम कर रहे हैं. समाजवादी पार्टी के नव-नियुक्त राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य रामचरित मानस को लेकर दिये गये अपने बयान पर अडिग हैं. उन्होंने आज गुरुवार को फिर एक ट्वीट कर विवाद को हवा दी ही है.
“इंडियंस आर डाग” कहकर अंग्रेजों ने जो अपमान व बदसलूकी ट्रेन में गांधी जी से किया था, वह दर्द गांधी जी ने ही समझा था। उसी प्रकार धर्म की आड़ में जो अपमानजनक टिप्पणियां महिलाओं व शुद्र समाज को की जाती हैं उसका दर्द भी महिलायें और शुद्र समाज ही समझता है।
— Swami Prasad Maurya (@SwamiPMaurya) February 2, 2023
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अंग्रेजों ने अपमान और बदसलूकी ट्रेन में गांधी जी से की थी
मौर्य ने अपने ट्वीट में कहा है कि इंडियंस आर डॉग कहकर अंग्रेजों ने जो अपमान और बदसलूकी ट्रेन में गांधी जी से की थी, वह दर्द गांधी जी ने ही समझा था. ठीक उसी तरह धर्म की आड़ में जो अपमानजनक टिप्पणियां महिलाओं और शूद्र समाज पर की जाती हैं उसका दर्द भी सिर्फ महिलाएं और शुद्र समाज ही समझता है. उन्होंने कहा कि गाली देने वाला समाज उस पीड़ा को नहीं समझ सकता है.
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रामचरित मानस में लिखी चौपाइयों का विरोध किया था
याद करें कि पिछले माह सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने रामचरित मानस में लिखी चौपाइयों का विरोध किया था. कहा था कि जो धर्म आदिवासी, दलित, पिछड़े, और महिलाओं का विरोध करता है, शूद्रों के सत्यानाश की बात करता है, ऐसे धर्म का सत्यानाश हो जो हमारे सत्यानाश की बात करता है.
एक ट्वीट में मौर्य ने कहा था कि धर्म की दुहाई देकर आदिवासियों, दलितों-पिछड़ों व महिलाओं को अपमानित किये जाने की साजिश का विरोध करता रहूंगा, जिस तरह कुत्तों के भौंकने से हाथी अपनी चाल नहीं बदलता, ठीक उसी तरह इनको सम्मान दिलाने तक मैं भी अपनी बात नहीं बदलूंगा.
यूपी के सीएम योगी ने कहा
इस विवाद पर कल बुधवार को सीएम योगी ने कहा कि रामचरित मानस का मुद्दा इसलिए उठाया जा रहा है ताकि सरकार ने जो काम किये हैं, उससे लोगों का ध्यान भटकाया जा सके. जिन लोगों का यूपी के विकास में कोई योगदान नहीं है वह जानबूझकर इस मुद्दे को उठा रहे हैं, वह लोग अब रामचरित मानस का मुद्दा उठा रहे हैं.