Nishant bhuwanika
Ranchi: कोरोना ने बहुत कुछ बदल दिया है, देश के ज्यादातर स्कूल बंद पड़े हैं, झारखंड में भी 7 महीने से ज्यादा समय से स्कूल बंद हैं. ऐसे में स्कूलों में कब पहले की तरह प़ढ़ाई शुरु होगी यह बोलना मुश्किल है. लेकिन आज हम बात कर रहे हैं बच्चें की पढ़ाई में आए परिवर्तन के बारे में. राज्य में जो बच्चे घर से पढ़ रहे हैं, उन्हें साधनों की कमी महसूस हो रही है. चार में से एक बच्चे के पास न तो कॉपी-किताबें हैं, और न ही घर में कोई पढ़ाई में मदद करने वाला.
11% परिवारों ने लॉकडाउन में खरीदे हैं फोन
एनुअल स्टेटस ऑफ एजुकेशन रिपोर्ट (ASER या असर) 2020 में इस बार कोरोना का देशभर में पढ़ाई पर असर जानने की कोशिश की गयी. रिपोर्ट में जो तस्वीर आयी है वो चौंकाने वाली है. रिपोर्ट के अनुसार 11% परिवारों ने लॉकडाउन के दौरान नए फोन खरीदे हैं. इनमें भी 80% ने स्मार्टफोन खरीदे, ताकि घर पर बच्चे पढ़ाई कर सकें. जिन परिवारों के पास स्मार्टफोन नहीं हैं, उनमें से भी 13% ने कहा कि उनके बच्चे किसी और का स्मार्टफोन इस्तेमाल करते हैं.
डेली मार्केट और सुधा कॉम्पलेक्स में बढ़ी फोन की बिक्री
मेन रोड स्थित डेली मार्केट और सुधा कॉम्पलेक्स के दुकानदारों ने बताया कि लॉकडाउन के बाद से फोन की बिक्री काफी बढ़ गयी है. उनका कहना है कि ग्राहकों को स्मार्टफोन से मतलब होता है. ग्राहक सबसे कम दाम के फोम की मांग करते हैं, उन्हें फोन के फिचर के कोई खास मतलब नहीं होता है. ज्यादा स्मार्टफोन की बिक्री स्कूलों के बच्चों की पढ़ाई की ही ओर इशारा करती है.
सबसे ज्यादा असर छोटे बच्चों पर
कोरोना का सबसे ज्यादा असर छोटे बच्चों पर पड़ा है. माता-पिता उन्हें लेकर कोई रिस्क नहीं ले रहे. यही वजह है कि 2018 के मुकाबले 2020 में 6 से 10 वर्ष तक के ऐसे बच्चों का प्रतिशत बढ़ गया है, जिनका एडमिशन नहीं हुआ है. स्कूल बंद होने के कारण अभी भी इन बच्चों के पैरेंट्स को एडमिशन का इंतजार है.
40 प्रतिशत बच्चों के पास पहले नहीं था स्मार्टफोन
स्मार्टफोन अब पहले से ज्यादा बच्चों के परिवारों में है, जिससे लॉकडाउन में पढ़ना संभव हो सका. इसी तरह करीब 40 प्रतिशत बच्चों के पास स्मार्टफोन नहीं था, जिनमें से 11% ने लॉकडाउन के दौरान बच्चे की पढ़ाई के लिए मोबाइल खरीदा. इसमें भी 80% से ज्यादा ने स्मार्टफोन खरीदा. जिन लोगों के पास स्मार्टफोन नहीं है, उनमें से करीब 13% ने कहा कि बच्चे किसी परिचित से स्मार्टफोन लेकर पढ़ाई कर रहे हैं.