Jamshedpur : ईद-उल-जोहा (बकरीद) का पर्व बुधवार को मनाया गया। गत वर्ष की भांति इस वर्ष भी पर्व पर कोरोना का प्रभाव दिखा. लोगों ने अपने-अपने घरों में ही नमाज पढ़ी और कुर्बानी दी. मदरसा फैजुल उलूम धातकीडीह के उपाध्यक्ष हाजी फजल खान ने बताया कि शांतिपूर्ण माहौल में बकरीद मनाई गई. पर्व के पहले ही लोगों से कोरोना प्रोटोकॉल का हर हाल में पालन करने की अपील की गई थी, जिसका लोगों ने आज पालन भी किया. बकरीद इंसानियत एवं नेकदिली का प्रतीक है. इसलिए इस दिन गरीब एवं परेशान लोगों की मदद कर नेक काम करना चाहिए.
इस बार मस्जिदों एवं ईदगाहों में नमाज नहीं पढ़ी गई. जिसके चलते सड़कों पर चहल-पहल भी कम दिखी। दूसरी ओर पर्व को लेकर जमशेदपुर में सुरक्षा की व्यवस्था भी चाक-चौबंद दिखी. प्रत्येक चौक-चौराहे पर दंडाधिकारी के साथ पुलिस बल तैनात दिखा. संवेदनशील और अतिसंवेदनशील क्षेत्रों में रैफ की तैनाती की गई है. मानगो, साकची पीसीआर एवं टाटानगर स्टेशन के पास फायर ब्रिगेड की गाड़ी भी तैनात की गई है. थानों की पुलिस गाड़ी और पीसीआर वैन लगातार गश्त कर रहे हैं.
कुर्बानी के बाद कचरा निष्पादन को एमएनसी ने जगह-जगह खोदवाया गड्ढा
बकरीद पर्व में जानवरों की कुर्बानी के बाद निकलने वाले कचरा निष्पादन के लिए मानगो नगर निगम (एमएनसी) की ओर से जगह-जगह गड्ढे खोदवाए गए हैं. मानगो नगर निगम के कार्यपालक पदाधिकारी दीपक सहाय ने बताया कि बकरीद में जानवरों की कुर्बानी के बाद कई तरह के अवशिष्ट निकलते हैं, जिन्हें लोग इधर-उधर फेंक देते हैं. इससे बीमारियां फैलने का खतरा बना रहता है. इससे बचाव के लिए निगम क्षेत्र के मुर्दा मैदान में कचरा निष्पादन के लिए पांच जगह गड्ढे बनाए गए हैं. इसी तरह गौसिया मस्जिद के पास भी एक गड्ढा बनाया गया है.
कार्यपालक पदाधिकारी ने लोगों से अपील की कि कुर्बानी के बाद कचरा को नगर निगम द्वारा बनाए गए गड्ढे में ही डालें. जिससे उन्हें गड्ढे में ढकवा कर नष्ट किया जा सके.