Ranchi : राज्य में मीटर रीडिंग व्यवस्था दुरूस्त नहीं है. दो साल से लग रहे लॉकडाउन में लोगों को मीटर रीडिंग और बिल भुगतान में परेशानी हुई. हालांकि निगम की ओर से कई आधुनिक सुविधाएं भी इजात की गयीं. लेकिन ये उपभोक्ताओं के लिए सरल नहीं थी. अब निगम मीटर रीडिंग व्यवस्था दुरूस्त करना छोड़ बिल कलेक्शन पर ध्यान लगा रही है. निगम की ओर से पिछले दिनों टेंडर निकाला गया. टेंडर बिल कलेक्शन के लिए निकाला गया. जिसके तहत एजेंसियों को बहाल किया जायेगा. और इनके एजेंट घर-घर जाकर बिल कलेक्ट करेंगे. फिलहाल टेंडर प्रक्रिया जारी है.
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व्यवस्था में होगा बदलाव
निगम की ओर से ये टेंडर निकाला गया है. इस टेंडर के मुताबिक ई-वॉलेट के जरिये घर-घर जाकर बिजली कर्मी बिल वसूली करेंगे. शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों के लिए ये व्यवस्था लागू की जायेगी. फिलहाल निगम की ओर से बहाल एजेंसियां घर-घर जाकर मीटर रीडिंग कर बिल जेनरेट करती हैं. उपभोक्ता अपनी सुविधानुसार, ऑनलाइन या बिजली बोर्ड कार्यालय में बिल जमा करते है.
ट्विटर हैंडल से लेकर एमडी तक शिकायत
बिजली बोर्ड के ट्विटर हैंडल से लेकर एमडी कार्यालय तक में मीटर रीडिंग की शिकायत की गयी है. इस साल लगे लॉकडाउन के कारण मीटर रीडिंग बंद हुई. निगम ने ईजी बिल एप, व्हाट्सएप नबंर के जरिये मीटर रीडिंग की बात की. लेकिन उपभोक्ताओं को इसमें तकनीकि परेशानियों का सामना करना पड़ा. ईजी बिल के लिए निगम ने ट्विटर पर प्रचार किया, जिसमें लोगों ने शिकायत की. वहीं व्हाट्सएप के जरिये एक सप्ताह तक में भी बिल जेनरेट नहीं करने की शिकायत एमडी से की गयी है. खुद निगम सूत्रों की मानें तो निगम को पहले मीटर रीडिंग व्यवस्था में सुधार करना चाहिए. इसके बाद बिल कलेक्शन के लिए नयी व्यवस्था बहाल करनी चाहिए.
नयी एजेंसियां कर रही मीटर रीडिंग
इस साल अप्रैल से राज्य में मीटर रीडिंग बंद रहा. पिछले साल फरवरी से लेकर जून तक मीटर रीडिंग नहीं की गयी थी. तब निगम की ओर से ईजी बिल एप बनायी गयी. पिछले साल नयी एजेंसियों को मीटर रीडिंग में बहाल करने के लिए निगम ने टेंडर किया. इसके तहत इस साल फरवरी में नयी एजेंसियों का चयन किया गया. अप्रैल और मई मीटर रीडिंग बंद होने के बाद, अब निगम की ओर से बहाल नयी एजेंसियां मीटर रीडिंग कर रही हैं. रांची विद्युत आपूर्ति क्षेत्र में एजेंसी कंपिटेंट की ओर से काम किया जा रहा है.
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