Ranchi : माओवादी पोलित ब्यूरो सदस्य प्रशांत बोस व उसकी पत्नी शीला मरांडी की गिरफ्तारी के विरोध में प्रतिबंधित नक्सली संगठन माओवादी ने 20 नवंबर और 23 से 25 नवंबर को बंद का ऐलान किया था. चार राज्यों झारखंड, बिहार, उत्तर प्रदेश और छत्तीसगढ़ में बंद बुलाया था. इस बंदी का झारखंड के बड़े शहरों पर ज्यादा असर नहीं देखने को मिला, लेकिन नक्सल प्रभावित इलाकों में गाड़ियों का संचालन तक नहीं हो पा रहा था. काफी लंबे समय के बाद झारखंड बंद के दौरान भाकपा माओवादियों का उत्पात देखने को मिला. माओवादियों ने रेलवे ट्रैक, पुलिया और थाना भवन को उड़ाकर अपनी उपस्थिति दर्ज करायी.
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बंदी के दौरान माओवादियों का देखने को मिला उत्पात
20 नवंबर 2021: एक करोड़ के ईनामी नक्सली प्रशांत बोस उर्फ किशन दा व शीला मरांडी की गिरफ्तारी के विरोध में भाकपा माओवादी नक्सलियों ने चाईबासा में गोइलकेरा-चाईबासा मार्ग पुलिया को बम विस्फोट कर उड़ा दिया था.
20 नवंबर 2021 : भाकपा माओवादियों ने टोरी- लातेहार रेलखंड के रिचुघुटा और डेमु स्टेशन के बीच रेलवे ट्रैक को बम लगाकर उड़ा दिया.
20 नवंबर 2021 : चक्रधरपुर रेल मंडल के लोटा पहाड़ और सोनुवा स्टेशन के बीच अप एंव डाउन लाईन पर पोल संख्या 323/1-3, 323/2-4, 323/6 एवं 322/33a के पास रेलवे ट्रैक को बम लगाकर उडा़ने की कोशिश की.
22 नवंबर 2021 : खूंटी के अड़की थाना के कोचांग पुलिस कैंप में बंद का पोस्टर चिपकाने पहुंचे भाकपा माओवादी के साथ पुलिस की मुठभेड़ हुई थी. पुलिस को भारी पड़ता देख माओवादी भाग खड़े हुए थे.
26 नवंबर 2021: गुमला से 75 किमी दूर चैनपुर प्रखंड स्थित कुरूमगढ़ थाना के नये भवन को माओवादियों ने रात 12.15 बजे बम से उड़ा दिया था. जिससे भवन का आधा हिस्सा ध्वस्त हो गया.
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