Ranchi : ऑपरेशन डबल बुल के बाद लेवी वसूलने के लिए एक बार फिर से भाकपा माओवादी का जोनल कमांडर रविंद्र गंझू सक्रिय होने लगा है. गौरतलब है कि साल 2022 के फरवरी महीने में झारखंड पुलिस के द्वारा चलाये गये ऑपरेशन डबल बुल के बाद रविंद्र गंझू भूमिगत हो गया था. लेकिन पिछले एक महीने के दौरान गोलीबारी और आगजनी की दो बड़ी घटनाओं को अंजाम देकर उसने अपनी उपस्थिति को दर्ज कराया है. लातेहार जिले के चंदवा थाना क्षेत्र के हेसला बांझीटोला का रहने वाला भाकपा माओवादी संगठन का जोनल कमांडर और 15 लाख का इनामी कुख्यात नक्सली रविन्द्र गंझू लोहरदगा, गुमला और लातेहार जिले में पुलिस के लिए चुनौती बना हुआ है.
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लातेहार में निर्माण कंपनी पर नक्सलियों का हमला
लातेहार जिले के चंदवा के माल्हन में रेल लाइन विस्तारीकरण का काम कर रही जेबीजी कंपनी की साइट पर नक्सलियों ने बीते 22 अक्टूबर की दोपहर में अंधाधुंध फायरिग की थी. इस घटना में कंपनी के एक इंजीनियर और दो मजदूर घायल हो गए थे. हमले में घायल इंजीनियर शिवकुमार यादव के पेट में तीन गोली लगी थी, जबकि दो मजदूरों विकास यादव और बिरेशर यादव को पैर में गोली लगी थी. शिवकुमार औरंगाबाद जबकि दोनों मजदूर बालूमाथ के थे. इस घटना को रविंद्र गंझू अंजाम दिया था.
लातेहार में रवींद्र गंझू के दस्ते ने किया हमला
लातेहार में रेल पटरी निर्माण का काम कर रही कंपनी साइट पर 22 नवंबर को माओवादियों ने हमला कर दिया था. निर्माण कार्य में लगी दो बड़ी- बड़ी मशीनों में आग लगा दी और दर्जन भर गाड़ियों को भी आग के हवाले कर दिया था. माओवादियों के इस हमले में लगभग 10 करोड़ से अधिक की संपत्ति का नुकसान बताया जा रहा है. रविंद्र गंझू का दस्ता इन इलाकों में सक्रिय है,एक महीने में इस तरह का यह दूसरा हमला है और दोनों ही हमले रविंद्र गंझू के दस्ते ने किये हैं.
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8 फरवरी से लगातार 10 दिनों तक चला था ऑपरेशन डबल बुल
बता दें कि झारखंड पुलिस ने इस साल8 फरवरी से लगातार 10 दिनों तक बुलबुल के जंगल में ऑपरेशन डबल बुल चलाया था. इस ऑपरेशन के दौरान सुरक्षा बलों ने नक्सलियों को घेरा था. इस ऑपरेशन के दौरान 11 नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया था. इसके साथ ही दो नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया था. इस ऑपरेशन के दौरान सुरक्षा बलों ने भारी मात्रा में हथियार और अन्य सामान बरामद किए थे. इसके साथ ही नक्सलियों के कई बंकर भी ध्वस्त किए गए थे. लेकिन रविंद्र गंझू गिरफ्तार नहीं किया जा सका था. पुलिस इस नक्सली की घेराबंदी में अब तक नाकाम है.भाकपा माओवादी का जोनल कमांडर रविंद्र गंझू कुख्यात नक्सली है. इस नक्सली पर सरकार ने 15 लाख रुपये का इनाम घोषित किया है. इसके बावजूद पुलिस की गिरफ्त से बाहर है. बताया जाता है कि इस माओवादी कमांडर के दस्ते में एक दर्जन से अधिक हथियारबंद नक्सली शामिल हैं.
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