साव ने हांका- बहुत जल्द उनकी विधायक बेटी अंबा प्रसाद झारखंड की मंत्री बनेगी
ट्रांसपोर्टिंग को लेकर जो दलाली करेगा, उसे बांध कर 50 लाठी मारा जाएगा
Keredari (Hazaribagh) : झारखंड सरकार के पूर्व मंत्री योगेंद्र साव की धमक एक बार फिर केरेडारी के इलाकों में सुर्खियों में है. उनके इशारे पर उनके बाउंसर वहां खड़े ग्रामीण और पत्रकारों के मोबाइल जब्त कर वीडियो डिलीट कर दे रहे हैं. इससे ग्रामीण और पत्रकार काफी खफा हैं. योगेंद्र साव को इस बात का डर है कि कहीं उनका बयान वायरल न हो जाए. राजनेताओं को वीडियो वायरल होने का डर भी सताता है, तो दूसरी ओर जनता को अपने पक्ष में आंदोलन करने के लिए भड़काते भी हैं. बड़कागांव विधायक अंबा प्रसाद और उनके पिता पूर्व मंत्री योगेंद्र साव एक फरवरी को नयाखाप में कलशयात्रा में शामिल होकर लौट रहे थे. जोरदाग में किसी मुद्दे को लकेर ग्रामीणों की बैठक चल रही थी. वहां दोनों पहुंचे और ग्रामीणों से कहा- झुमरीटांड़ में 20 दिसंबर से धरना चल रहा है. उसमें ग्रामीण साथ दें, तो वे मुआवजा प्रति एकड़ एक करोड़ करा देंगे. इन बातों को वहां उपस्थित पत्रकार एवं स्थानीय लोग अपने मोबाइल में रिकॉर्ड कर रहे थे. जैसे ही योगेंद्र साव की नजर पड़ी और आभास हुआ कि कोई उनकी बातों को रिकॉर्ड कर रहा है, तो उन्होंने बाउंसर और बॉडीगार्ड से मोबाइल जब्त करवा कर वीडियो डिलीट करा दिया.
नाकेबंदी करें, केस मुकदमा नहीं होने देंगे
दरअसल केरेडारी के जोरदाग में सैकड़ों ग्रामीण आपस में बातचीत कर रहे थे. इसी दौरान योगेंद्र साव अपनी विधायक बेटी अंबा प्रसाद के साथ वहां पहुंच गए. ग्रामीणों से पूछा कि किस बात को लेकर बैठक हो रही है. बैठक में उन्हें और उनकी बेटी को क्यों नहीं बुलाते हैं. वह भी उनके बीच के ही नेता हैं और उनकी बेटी अंबा प्रसाद ग्रामीणों की आवाज बनकर उभरी हैं. अगर वह भी बैठक में रहेंगे, तो उनकी समस्याओं का निपटारा होगा. पूर्व मंत्री योगेंद्र साव ने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि वे लोग नाकाबंदी करें और एक ढेला कोयला भी बाहर नहीं जाने दें. किसी भी हाल में ट्रांसपोर्टिंग नहीं होने दी जाएगी. उन्होंने ग्रामीणों से पूरे क्षेत्र में नाकेबंदी करने को कहा. कहा कि जो ट्रांसपोर्टिंग को लेकर दलाली करेगा, उसे बांधा जाएगा और 50 लाठियां मारी जाएंगी. केस मुकदमा किसी पर नहीं होगा.पूर्व मंत्री ने कहा कि बहुत जल्द उनकी बेटी अंबा प्रसाद झारखंड की मंत्री बननेवाली हैं.
साथ दें, सबके घर के सामने फॉर्च्यूनर गाड़ी खड़ी रहेगी
योगेंद्र ने कहा कि ग्रामीणों को पूरे क्षेत्र में नाकेबंदी करनी होगी. यहां हर व्यक्ति को करोड़ों रुपए मिलेंगे, लेकिन ग्रामीणों को आंदोलन करना होगा. तभी सबके घर के सामने फॉर्च्यूनर गाड़ी खड़ी रहेगी. योगेंद्र साव ने कहा कि गैरमजरूआ को रैयती मान्यता मिलनी चाहिए. वन पट्टा जिसे मिला हुआ है, उसे भी कंपनी रैयती मान्यता देते हुए मुआवजा दे. विस्थापन, अधिग्रहण समेत सभी मुद्दों पर कंपनी अपनी स्थिति स्पष्ट करे.