Shubham kumar
Ranchi : हॉकी इंडिया के एक्सक्यूटिव डायरेक्टर आरके श्रीवास्तव ने हॉकी झारखंड के महासचिव विजय शंकर सिंह को पत्र के माध्यम से सूचित किया है कि स्पेन में 27 नवंबर से 18 दिसंबर 2022 तक आयोजित एफआईएच महिला हॉकी राष्ट्र कप में भारतीय महिला हॉकी टीम में झारखंड के चार महिला हॉकी खिलाड़ी निक्की प्रधान, सलीमा टेटे, संगीता कुमारी और ब्यूटी डुंगडुंग देश का प्रतिनिधित्व करेंगी.
झारखंड के लिए बड़े गर्व की बात- भोलानाथ सिंह
झारखंड के चार-चार महिला हॉकी खिलाड़ियों के भारतीय टीम में चयन होने पर खुशी से फुले नहीं समा रहे हॉकी झारखंड के अध्यक्ष भोलानाथ सिंह ने कहा कि झारखंड के लिए बड़े ही सौभाग्य एवं गौरवपूर्ण बात है कि हमारी चार-चार बिटिया देश की टीम का प्रतिनिधित्व करेंगी. वर्तमान समय में भारतीय टीम में जगह बनाना बहुत बड़ी उपलब्धि है. जब भारतीय महिला हॉकी टीम ओलंपिक और विश्वकप जैसे बड़े-बड़े प्रतियोगिताओं में क्वालीफाई कर रही है और अच्छे पोजीशन तक पहुंच रही है.
राज्य में हॉकी के विकास के लिए हो रही कोशिश- विजय शंकर सिंह
हॉकी झारखंड के महासचिव विजय शंकर सिंह ने कहा कि झारखंड से एक जमाने में तीन-चार खिलाड़ी भारतीय टीम में हुआ करते थे, परंतु बीच में सभी टीमों में झारखंड शून्य हो गया था. परंतु झारखंड के सभी लोगों ने हॉकी के विकास के लिए समर्पण और निस्वार्थ भाव से राज्य में हॉकी के विकास के लिए कार्य किया. इसका रिजल्ट अब देखने को मिल रहा है. आज हमारे चार चार खिलाड़ी एक साथ टीम में चुने जा रही है.
खूंटी की रहने वाली है निक्की प्रधान
निक्की प्रधान खूंटी जिला के मोरो प्रखंड अंतर्गत पेरोल गांव की रहने वाली है. यहां आज तक एक खेल का मैदान नहीं है. निक्की ने अपनी बड़ी बहनों से प्रेरणा लेकर नंगे पांव हॉकी खेल की शुरूआत की. वो झारखंड की पहली हॉकी खिलाड़ी जो कि दो-दो ओलंपिक खेलने का इतिहास रच दी है. निक्की प्रधान विश्व के सभी बड़ी प्रतियोगिताओं जैसे ओलंपिक गेम्स, वर्ल्ड कप, कॉमनवेल्थ गेम में हिस्सा ले चुकी हैं. भारतीय महिला हॉकी टीम का प्रतिनिधित्व करते हुए कई कीर्तिमान बना चुकी हैं.
सिमडेगा के पिछले इलाके से आती है सलीमा टेटे
सलीमा टेटे सिमडेगा जिला के सदर प्रखंड अंतर्गत बड़की छपार गांव की रहने वाली है. आज भी यहां मोबाइल के टावर के लिए चट्टान या पेड़ों का सहारा लेना पड़ता है. विद्यालय और गांव की टीम से सलीमा टेटे खेला करती थी. खस्सी मुर्गा हॉकी प्रतियोगिताओं से उसने हॉकी खेलने की शुरूआत की. सिमडेगा जिला की प्रथम महिला ओलंपियन सलीमा टेटे के खेल की सराहना भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी कई बार कर चुके हैं. विगत तीन-चार वर्षों में ही ओलंपिक गेम्स, वर्ल्ड कप, एशिया कप, कॉमनवेल्थ गेम्स जैसे कई बड़े टूर्नामेंटों में भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व किया है और अपने खेल से पूरी दुनिया को अपनी ओर ध्यान खींचा है.
गरीबी भी नहीं रोक पाई संगीता कुमारी के बढ़ते कदम को
संगीता कुमारी हॉकी की नर्सरी कहे जाने वाले सिमडेगा जिला के करगागुडी नवा टोली गांव की रहने वाली है. वहां पहुंचने के लिए आज भी बरसात के दिनों में अपने पैर के जूते चप्पल को हाथ में लेकर चलना पड़ता है. बेहद गरीब परिवार से ताल्लुक रखने वाली संगीता कुमारी ने बांस की स्टिक से हॉकी खेलने की शुरूआत की. संगीता कुमारी विगत 1 वर्ष में कॉमनवेल्थ गेम, एफआईएच हॉकी लीग सहित पूर्व में जूनियर एशिया कप समेत कई प्रतियोगिताओं में भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व कर चुकी है और दर्जनों गोल कर चुकी है.
ब्यूटी डुंगडुंग के परिवार में खिलाड़ियों की भरमार
ब्यूटी डुंगडुंग सिमडेगा जिला के केरसई प्रखंड के गांव करगागुड़ी बाजू टोली की रहने वाली है. उनके परिवार में पीढ़ी दर पीढ़ी अच्छे हॉकी खिलाड़ी पैदा होते रहे हैं. दादा, पिताजी, चाचा, तीन बड़ा भाई, भाभी सभी राष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी रह चुके हैं. ब्यूटी डुंगडुंग साल 2018 से जूनियर भारतीय टीम से देश के लिए खेल चुकी हैं. इस वर्ष पहली बार सीनियर भारतीय महिला हॉकी टीम के लिए चुनी गई है. इनके गांव में आज भी आंगनबाड़ी केंद्र नहीं है, मूलभूत सुविधाओं का अभाव हैं. ऐसे विपरीत हालत में भी झारखंड की बेटियों के कदम नहीं रूके. उसने दिखा दिया है कि गरीबी या कोई भी बाधा उन्हें मंजिल पाने से रोक नहीं सकती. ये झारखंड के लिए गौरव की बात है.