Saraikela: जिले के डीसी अरवा राजकमल एवं एसपी मो. अर्शी ने एनडीआरएफ टीम के साथ चक्रवाती तूफान यास से अत्यधिक प्रभावित क्षेत्र राजनगर प्रखंड क्षेत्र का निरीक्षण किया. इस दौरान डीसी ने लोगों से चक्रवाती तूफान से बचने के लिए सुरक्षित अपने घर में रहने का संदेश दिया. किसी के जान माल की क्षति ना हो इसलिए सभी प्रखंड स्तरीय टीम को अलर्ट मोड में रह कर कार्य करने का उन्होंने निर्देश दिया है. डीसी ने कहा चक्रवाती तूफान का असर रात 11 बजे के बाद अत्यधिक हो सकता है. इसलिए खपड़ा, एजबेस्टर या प्लास्टिक से बनाए गए छत्त या मिट्टी के घर में रह रहे लोगों को अपने नजदीकी विद्यालय, पंचायत भवन, सरकारी भवन या शेल्टर होम में शिफ्ट कराने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि इन भवनों में उनके खाने-पीने रहने की व्यवस्था की गई है. साथ ही सभी विद्यालय भवन एवं पंचायत भवन को रात के लिए खोला दिया गया है. जहां जरूरतमंद व्यक्ति को आश्रय दिया जा सके.
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संभावित चक्रवात की डीसी-एसपी ने ली जानकरी
डीसी अरवा राजकमल एवं एसपी मो अर्शी ने राजनगर प्रखंड-सह-अंचल कार्यालय में मानचित्र के माध्यम से संभावित चक्रवात की जानकरी ली. उन्होंने शेल्टर होम लाए गए लोगों से मिल उनका हाल जाना. उन्होंने शेल्टर होम में साफ सफाई एवं रहने खाने के समुचित व्यवस्था करने के निर्देश बीडीओ-सीओ को दिया. उन्होंने ओडिशा राज्य से सटी सीमा पर तियासारी नदी का निरीक्षण कर आस-पास के क्षेत्रो में रह रहे लोगों को सुरक्षित जगहों पर शिफ्ट करने का निर्देश दिया. चक्रवात तूफान का अत्यधिक खतरा राजनगर प्रखंड में हो सकता है. इसलिए प्रखंड स्तर पर एक विशेष टीम गठित कर दिया गया है. जो किसी भी प्रकार की सूचना को संज्ञान लेते हुए राहत बचाव का कार्य करेगी.
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तूफान राजनगर से सरायकेला जिला में करेगा प्रवेश
डीसी अरवा राजकमल ने बताया कि चक्रवाती तूफान ओडिशा तट को पार कर राजनगर से सरायकेला जिला में प्रवेश करेगा. जिसका अत्यधिक प्रभाव राजनगर, सरायकेला और चांडिल प्रखंड में पड़ सकता है. बुधवार रात 11 बजे के बाद करीब 100 किमी की रफ़्तार से हवा एवं भारी बारिश होने का अनुमान है. इस दौरान उपायुक्त ने विशेषकर राजनगर, सरायकेला एवं चांडिल प्रखंड वासियों से कच्चे मकान में ना सोने की अपील की है.
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