Jamshedpur : उपायुक्त सूरज कुमार ने बुधवार को मनरेगा की योजनाओं में लापरवाही बरतने पर डुमरिया प्रखंड के ब्लॉक को-ऑर्डिनेटर को चयनमुक्त (बर्खास्त) कर दिया. साथ ही धालभूमगढ़, गुड़ाबांदा और पटमदा के ब्लॉक को-ऑर्डनेटर को एक महीने के अंदर कार्य में सुधार लाने की चेतावनी दी. उपायुक्त मनरेगा सहित अन्य विकास योजनाओं की समीक्षा कर रहे थे. उन्होंने प्रखंड स्तरीय अधिकारियों को मनरेगा कार्यों में अधिक से अधिक मजदूरों को जोड़ते हुए सितंबर में प्रत्येक गांव में कम पांच योजनाओं को लेने का निर्देश दिया, ताकि मानव दिवस का अधिक से अधिक सृजन हो सके. उपायुक्त ने खासकर पटमदा, पोटका, बहरागोड़ा, बोड़ाम, घाटशिला एवं डुमरिया को विशेष रुप से अधिक से अधिक योजनाओं का चयन करने के लिए कहा.
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उन्होंने इस कार्य में अनुसूचित जाति एवं जनजाति की महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने का निर्देश दिया. समीक्षा के दौरान आधार इंट्री में जिले के पिछड़ने पर चिंता जाहिर करते हुए सभी प्रखंडों को मनरेगा मजदूर के आधार कार्ड की एंट्री मनरेगा सॉफ्ट में अभियान चलाकर करने के लिए कहा. इसके अलावे बोड़ाम, डुमरिया, घाटशिला, गोलमुरी सह जुगसलाई और गुड़ाबांदा प्रखंड को जल्द से जल्द बिरसा हरित ग्राम योजना अंतर्गत फेसिंग का कार्य पूरा करने का निर्देश दिया. मजदूरी भुगतान की समीक्षा के दौरान उपायुक्त ने यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि मनरेगा सॉफ्ट में मजदूरों के खाते और आधार संख्या की सही इंट्री होनी चाहिए, ताकि एफटीओ रिजेक्ट नहीं हो. बैठक में उप विकास आयुक्त परमेश्वर भगत, निदेशक डीआरडीए सौरभ कुमार सिन्हा, सामाजिक अंकेक्षण मनरेगा के कोल्हान प्रभारी जगत कुमार, सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, ब्लॉक को-ऑर्डिनेटर प्रधानमंत्री आवास, बीपीओ मनरेगा और एई, जेई मनरेगा, पीओ डीआरडीए शीतल अजीता तिर्की, एपीओ डीआरडीए, जिला समन्वयक प्रधानमंत्री आवास सुमन मिश्रा, जितेश कुमार सिंह और अन्य संबंधित पदाधिकारी एवं कर्मी उपस्थित थे.