Dhanbad: शारदीय नवरात्र शुरू हो चुका है. आज से छठे दिन पूजा पंडाल में भारी संख्या में लोगों का हुजूम भी जुटेगा. लेकिन भीड़ को अंधेरे का सामना करना होगा. चूंकि शहर के गली मुहल्लों की 40 फीसदी से ज्यादा स्ट्रीट लाइट खराब है. शुक्रवार की देर रात शुभम संदेश की टीम ने इसका जायजा लिया. जिसमें यह बात समाने आयी कि पूजा पंडाल तक जाने वाले हर रास्ते में दर्जनों बिजली के खंभे ठूठ की तरह खड़े हैं. उसमें लगी लाइट की रोशनी झिलमिलाती मिली. अफसोस की बात यह भी है कि डीसी के तमाम प्रयास के बाद भी निगम के अधिकारी अपने काम को लेकर रेस नहीं हैं. बिना किसी पड़ताल के ज्यादातर लाइट ठीक होने के झूठे दावे करते फिर रहे हैं.
इसे भी पढ़ें – इजरायल-हमास युद्ध : अमेरिका के दो विमान वाहक युद्ध पोत लेबनान, ईरान और सीरिया को रोकने भूमध्य सागर में तैनात
लाइट की स्थिति यहां सबसे ज्यादा खराब
शहर के जय प्रकाश नगर से बिशनपुर जिला स्कूल तक स्ट्रीट लाइट की स्थिति सबसे ज्यादा खराब है. इस मार्ग में कुल 42 स्ट्रीट लाइट लगी है, जिसमें 22 खराब है. सड़क तो है ही नहीं, गड्ढ़े में सड़क है. जय प्रकाश नगर मोड़ से डीनोबली स्कूल तक तो गढ्ढे ही गड्ढे हैं, 15 बिजली के खंभे हैं, जिसमें सिर्फ 6 लाइट ठीक है. इसके आगे भी बीच-बीच में कई जगहों पर अंधेरा है. कहीं पोल नहीं है तो कहीं लाइट खराब है. इस इलाके में घनी आबादी है. इन रास्तों से लोग शहर के अलग-अलग स्थानों पर मेला घूमने जाते हैं. लाइट ठीक नहीं हुआ, तो लोगों की परेशानी बढ़ना तय है.
जेसीमल्लिक से तेलीपाड़ा तक 50 फीसदी लाइट खराब
वहीं जेसी मल्लिक रोड से तेलीपाड़ा तक कुल 42 स्ट्रीट लाइट लगी है. लेकिन इसमें 21 लाइट्स खराब हैं. वहीं चिरागोड़ा शमशान रोड का हाल इससे भी खराब है. वीडियो ऑफिस से शमशान घाट तक कुल 38 स्ट्रीट लाइट हैं, लेकिन इनमें 32 लाइट्स शोभा की वस्तु बनकर रह गई है. लोग अंधेरे में आने-जाने के लिए मजबूर हैं. पूजा में भी लाइट ठीक होने की उम्मीद कम है. स्थानीय लोगों का कहना है कि फोन करने के बाद भी मेंटनेंस के लिए कोई नहीं आता है.
पॉलिटेक्निक तक 28 लाइट खराब
शहर में बिनोद बिहारी चौक से बीला नगर, बिशनपुर, पॉलिटेक्निक होते हुए चंद्र शेखर आज़ाद चौक तक कुल 66 बिजली के पोल पर स्ट्रीट लाइट लगी है. इनमें से 28 लाइट खराब है. आधा दर्जन स्थानों पर 200 से 300 मीटर तक एक भी पोल नहीं हैं. इस मार्ग में सरकारी संस्थान के अलावा कई कॉलोनियां हैं. धनबाद से भूली जाने का आसान रास्ता भी है. पूजा में लोगों की परेशानी बढ़ना तय है.
इन इलाकों में खराब है 128 लाइट
शहर के मुख्य सड़कों और निजी इलाकों की तरह रेलवे कॉलोनियों में भी दुर्गापूजा में स्ट्रीट लाइटों को दुरुस्त नहीं किया गया है. रांगाटांड़, बेकारबांध, हिल कॉलोनी, वॉच एंड वार्ड और डीएस कॉलोनी में आठ जगहों पर दुर्गापूजा मनाया जाता है. इन रेलवे कॉलोनियों में 4000 से अधिक आबादी है. पांच रेलवे कॉलोनियों में दो दर्जन से अधिक सड़कें हैं. जहां 323 स्ट्रीट लाइट्स लगी हुई है, जिसमें 128 खराब है.
इसे भी पढ़ें –हजारीबाग पुलिस को मिली बड़ी सफलता, 25 लाख का अफीम बरामद
Leave a Reply