Ranchi : झारखंड प्रदेश सहिया संघ के बैनर तले चल रहा धरना तीसरे दिन स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के आश्वासन के बाद समाप्त हो गया. रांची में राज्यस्तरीय धरना के पहले दिन गुरुवार को राजभवन के समक्ष प्रदर्शन किया गया. इसके बाद बीते दो दिनों से सहिया मोरहाबादी मैदान में खुले आसमान के नीचे 18 हजार रुपये प्रति माह मानदेय करने और स्थायीकरण की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रही थीं.
स्वास्थ्य विभाग की मजबूत कड़ी हैं सहिया
स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि हमारी सहिया राज्य के स्वास्थ्य विभाग की एक महत्वपूर्ण कड़ी हैं. इनके मानदेय में बढ़ोतरी का मामला केंद्र और राज्य से जुड़ा हुआ है. हमारे राज्य के मुखिया हेमंत सोरेन भी सहिया के प्रति संवेदनशील हैं. उन्होंने कहा कि बीच का रास्ता निकालने को लेकर विचार कर रहे हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया से सहियाओं के लिए कई बार बात की है. मेरा व्यक्तिगत मानना भी है कि इनका मानदेय कम है. गरीब का बेटा हूं और गरीबों का दर्द भलीभांति समझता हूं.
ये भी पढ़ें : आदित्यपुर : मिट्टी धंसने से दो महिला की मौत, पुलिस पहुंची मौके पर, शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा
जल्द होगी विभागीय बैठक, निकलेंगे रास्ता
मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से भी इस संबंध में हमारी बातचीत हुई है. बहुत जल्द विभाग के अपर मुख्य सचिव, सहिया के प्रतिनिधि, बगोदर विधायक बिनोद सिंह, पूर्व विधायक अरूप चटर्जी मिलकर बैठक करेंगे. उनकी समस्याओं का हल करने का प्रयास करेंगे.
कोरोना महामारी में झारखंड को सुरक्षित रखा: बिनोद सिंह
बगोदर के पूर्व विधायक बिनोद सिंह ने कहा कि सहियाओं की मांग जायज है. वे इनकी मांगों का समर्थन करते हैं. कोरोना महामारी के दौरान भी घर की दहलीज लांघ कर इन्होंने झारखंड के लोगों को सुरक्षित रखने की कोशिश की. जितनी मेहनत सहिया करती हैं, उतनी राशि भी नहीं मिलती है. इन्हें न्यूनतम मजदूरी तक नहीं दी जाती है. अब समय आ गया है कि सहियाओं के हित में ठोस निर्णय लिया जाए. सरकार के घोषणा पत्र में भी था कि अनुबंध कर्मियों की मांगों के प्रति हम ज्यादा गंभीर होंगे.
ये भी पढ़ें : कोडरमा: अस्पताल में बच्चे की मौत पर हंगामा, प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप