Deoghar : देवघर के हनसा गार्डन में 23 जनवरी को बीजेपी प्रदेश कार्यसमिति की दो दिवसीय बैठक के पहले दिन हेमंत सरकार के खिलाफ कई राजनीतिक प्रस्तावों पर चर्चा हुई. बैठक में हेमंत सरकार को आदिवासी, दलित, पिछड़ा वर्ग, महिला, किसान और गरीब विरोधी करार दिया गया. इन प्रस्तावों पर चर्चा कर बीजेपी हेमंत सरकार को घेरने के मूड में हैं. बीजेपी ने यह प्रस्ताव लाकर आगामी वर्ष 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव का बिगुल भी फूंक दिया है.
पहले दिन की बैठक खत्म होने के बाद पलामू सांसद बीडी राम ने प्रेस कांफ्रेस में प्रस्तावों का जिक्र कर कहा कि हेमंत सरकार युवा विरोधी है. प्रत्येक वर्ष 5 लाख युवाओं को नौकरी देने का वादा किया था. तीन साल का कार्यकाल पूरा हो चुका है. वादे के मुताबकि तीन साल में 15 लाख युवाओं को रोजगार मिलना चाहिए. जबकि सच्चाई ये है कि तीन वर्ष में सिर्फ 357 युवाओं को ही नौकरी मिली. सरकार ने खुद यह बात स्वीकार की है. हेमंत सरकार सब्जबाग दिखाकर युवाओं को बाहरी-भीतरी के नाम पर लड़ाने का काम कर रही है. राज्य में बेरोजगारी दर 18 फ़ीसदी है. बेरोजगारी दर में झारखंड पूरे देश में पांचवें स्थान पर है.
उन्होंने कहा कि बीजेपी हमेशा झारखंडी भावना के अनुरूप स्थानीय और नियोजन नीति बनाने का पक्षधर रही है. हेमंत सरकार चाहती तो संकल्प जारी कर स्थानीय नीति और नियोजन नीति बनवा सकती थी. सरकार की नीयत साफ नहीं है. इस वजह से जनता को दिग्भ्रमित करने के लिए नौवीं अनुसूची का बहाना बना रही है. राज्य में कोई नियोजन नीति नहीं है. 90 हजार से अधिक शिक्षकों के पद खाली पड़े हैं. अनुबंधित पारा शिक्षकों को राज्य सरकार ने ठगने का काम किया है. बिना नियोजन नीति के झारखंड में शिक्षा मंत्री द्वारा 50 हजार पारा शिक्षकों की बहाली की घोषणा बेतुका है.
उत्पाद नीति पर हेमंत सरकार को घेरते हुए उन्होंने कहा कि अपनी चहेते कंपनी को शराब का ठेका देने के लिए नियम को ठेंगा दिखाकर गड़बड़ी की गई है. इससे राजस्व का नुकसान उठाना पड़ रहा है. पूरे राज्य में नियमों को ताक पर रख कर शराब की बिक्री हो रही है.
स्वास्थ्य व्यवस्था के बारे में कहा कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में स्पेशलिस्ट डॉक्टर के 73 फ़ीसदी पद खाली पड़े हैं. मरीजों को खून के लिए 6 हजार रुपए चुकाने पड़ते हैं. महिलाओं से इलाज के नाम पर कान की बाली रिश्वत के तौर पर ली जाती है. आयुष्मान भारत योजना में लूट मची है. बिना ऑपरेशन के रुपए की निकासी हो जाती है. भुगतान नहीं होने पर प्राइवेट अस्पताल आयुष्मान योजना के तहत मरीजों को भर्ती नहीं ले रहा.
उन्होंने कहा कि राज्य में शिक्षा की बदहाल स्थिति है. 3 वर्षों में कक्षा 1 से लेकर 12 तक में 5 लाख विद्यार्थी बढ़ गए, वहीं शिक्षक सिर्फ चार हजार हैं. राष्ट्रीय औसत की बात करें तो 26 विद्यार्थी पर एक शिक्षक हैं. झारखंड में 55 विद्यार्थी पर एक शिक्षक हैं. राज्य में 6 हजार से अधिक विद्यालय एक शिक्षक के भरोसे संचालित किया जा रहा है. प्रेस कांफ्रेस में बीडी राम के अलावा बीजेपी की राष्ट्रीय मंत्री मिस्फिका हसन और मीडिया प्रभारी शिवपूजन पाठक मौजूद थे.
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