Deoghar : देवघर अग्निशमन (फायर ब्रिगेड) विभाग के पास आग पर काबू पाने के पर्याप्त उपकरण नहीं है. ऐसे में कभी अगलगी की घटना होने पर बड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है. विभाग के पास उपकरण मौजूद हो तो आग पर समय रहते काबू पाया जा सकता है, लेकिन उपकरण ही न हो तो विभाग आग पर कैसे नियंत्रण पाएगा?
इधर हाल के वर्षों में देवघर शहरी क्षेत्र में बड़े-बड़े अपार्टमेंट बने हैं. खबर है कि उन अपार्टमेंटों में फायर सेफ्टी नियम का पालन नहीं किया जाता है. इस स्थिति को देखते हुए अगलगी की घटना कभी भी घट सकती है. फायर ब्रिगेड विभाग उपकरण के अभाव में आग पर काबू नहीं पा सकेगा. समय रहते संबंधित विभाग के अधिकारी को आवश्यक उपकरण उपलब्ध कराना चाहिए, जिससे फायर ब्रिग्रेड विभाग के कर्मी आग पर काबू पाने के लिए तैयार रहे.
अगलगी की घटना में फंसे लोगों को निकालने के लिए रेस्क्यू की जाती है, लेकिन विभाग के पास रेस्क्यू के लिए हाइड्रोलिक प्लेटफार्म नहीं है. हाइड्रोलिक प्लेटफार्म रेस्क्यू के लिए अहम है. विभागीय कर्मी ऊपरी तलों में फंसे लोगों को हाइड्रोलिक प्लेटफार्म का इस्तेमाल कर रेस्क्यू करते हैं, लेकिन इसके अभाव में रेस्क्यू कैसे होगा? अंत में जो लोग ऊपरी तलों में फंसे होंगे उन्हें जान से हाथ धोना पड़ेगा. इस उपकरण के अभाव में विभाग को आग पर काबू पाना चुनौतीपूर्ण है. देवघर फायर ब्रिगेड के सब इंस्पेक्टर भगवान ओझा ने बताया कि हाइड्रोलिक उपकरण की शीघ्र जरूरत है, जिससे विभाग अगलगी की घटना से निपट सके.
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